करनाल: किसान आंदोलन के चलते किसान पिछले 2 महीनों से करनाल के टोल प्लाजा पर लंगर सेवा और धरना दे रहे थे. लेकिन 26 जनवरी के घटनाक्रम के बाद वहां से किसानों का धरना और लंगर जिला प्रशासन द्वारा बंद करवा दिया गया था. जिसके बाद कई बार बीच में किसानों ने धरना देने की कोशिश की, लेकिन बार-बार प्रशासन ने उनको वहां से उठा दिया और भारी पुलिस बल वहां पर तैनात कर दिया.
शुक्रवार का दिन काफी तनावपूर्ण रहा. हजारों की संख्या में किसान बसताड़ा टोल प्लाजा पर मौजूद रहे. भारी मात्रा में पुलिस बल भी वहां पर तैनात कर दिया गया. साथ ही सेना की एक टुकड़ी भी मौके पर तैनात कर दी गई थी.
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प्रशासन के साथ किसानों ने मीटिंग की. मीटिंग के बाद प्रशासन ने टोल प्लाजा पर लंगर सेवा शुरू करने की अनुमति दे दी है. वहीं प्रशासन ने साथ ही एक शर्त भी रख दी. प्रशासन ने कहा कि टोल प्लाजा पर सिर्फ 20 लोग ही धरने पर बैठ सकते हैं.
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किसान नेता जसविंदर ने कहा कि प्रशासन के साथ कई बार वार्ता के बाद हमें लंगर लगाने की अनुमति मिली है. हम यहां शांतिपूर्ण तरीके से अपनी लंगर सेवा जारी रखेंगे और जो 20 लोगों को टोल प्लाजा पर धरना देने के लिए बोला गया है वो भी बारी-बारी से आते रहेंगे.
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