करनाल: हरियाणा से भी युवा बड़ी संख्या में रोजगार के लिए, पढ़ाई के लिए, बेहतर जीवन शैली के लिए विदेश जाते हैं. कुछ लोग वैध तरीके से विदेश जाने में सफल हो जाते हैं वहीं जो नहीं जा पाते हैं वे डोंकी के जरिए जाने की कोशिश करते हैं. जिसमें कुछ लोग अपनी मंजिल पर पहुंच जाते हैं तो कुछ लोग बीच में से वापस आ जाते हैं और कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो इस दौरान अपना पैसा ओर जान दोनों गंवा देते हैं. करनाल और कुरुक्षेत्र में ऐसे बहुत से मामले आ चुके हैं जिसमें लोग विदेश जाने के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं. यहां तक कि लोगों की हत्या भी कर दी जाती है या वे हादसे का शिकार हो जाते हैं.
वीजा के जरिए विदेश यात्रा: वीजा के जरिए विदेश जाना सबसे सही तरीका है. वीजा कई तरह के होते हैं. अपनी आवश्यकता के अनुसार वीजा के लिए आवेदन दे सकते हैं.
स्टडी वीजा: वीजा एक्सपर्ट देवीलाल बारना के अनुसार विदेश में जो भी युवा जाना चाहते हैं वे सबसे पहले स्टडी वीजा के जरिए ही विदेश में जाने की सोचें. इसमें पैसे भी कम लगते हैं. पढ़ाई के साथ-साथ काम करने का भी मौका विदेश की सरकार देती है. वहां अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उनको वहां का वर्क परमिट भी मिल सकता है बाद में वहां की परमानेंट रेजिडेंसी के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं.
वर्क परमिट वीजा: कुछ देश भारतीय लोगों को अपने देश में बुलाने के लिए वर्क परमिट वीजा भी देते हैं. लेकिन इसकी जानकारी बहुत ही कम लोगों को होती है जिसके चलते कम लोग ही वर्क परमिट वीजा अप्लाई करते हैं. देवीलाल बारना का कहना है कि जो भी विदेश में जाना चाहता है एक अच्छे वीजा एक्सपर्ट से बात करके वहां के किसी कंपनी से स्पॉन्सरशिप लेकर वर्क परमिट के लिए अप्लाई कर सकता है. इससे वह कम पैसों में विदेश जा सकता है.
स्पॉन्सरशिप वीजा: विदेश में जाने का यह तीसरा सबसे आसान और वैध तरीका होता है. इसमें भारत में रहने वाले व्यक्ति को विदेश में रहने वाले व्यक्ति के द्वारा विदेश से ही स्पॉन्सरशिप वीजा भेजा जाता है. इसमें विदेश में रह रहे व्यक्ति के द्वारा यह दिखाया जाता है कि वह उसके रिलेशन में हैं और उसको अपने यहां पर काम करने करने के लिए व्यक्ति की जरूरत है जिसके चलते वह अपने ब्लड रिलेशन में किसी को भारत से बुलाना चाहता है. उसके लिए जिस देश में वह रह रहा है वहीं से अप्लाई करना होता है और वहीं की सरकार और एंबेसी के द्वारा भारतीय नागरिक के पास उसका वीजा भेजा जाता है.
टूरिस्ट विजा: जिस देश में आप घूमना चाहते हैं उस देश के लिए टूरिस्ट वीजा का आवेदन दिया जाता है.इसका रेट बहुत ही काम होता है.
डंकी रूट के खतरे: आज कल लोग डंकी रूट के जरिए विदेश जाने की कोशिश करते हैं. ये रूट बेहद खतरनाक है इसमें पैसे भी बहुत लगते हैं और जोखिम भी बहुत ज्यादा होता है. डोंकी उसे कहा जाता है जो अवैध तरीके से किसी भी देश में जाने के लिए रास्ता अपनाता है. हर साल दुनियाभर से लाखों लोग अमेरिका, यूरोप या ब्रिटेन जैसे बड़े देशों की सीमा को अवैध ढंग से पार करते हैं. चुपके से किसी देश में घुसने के कई तरीके हैं. इन्हीं में से एक है डंकी रूट, जो सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है. इसमें कई बार इंसान की जान भी चली जाती है. ये विदेश तक पहुंचने का बैकडोर मैथड है. इसमें जाने वाले एक या दो देशों नहीं, बल्कि कई देशों से होते हुए अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं.
डंकी रूट का भुक्तभोगी: डोंकी रूट से दो बार अमेरिका जाने की कोशिश करने वाले युवक ने अपनी पहचान छुपाते हुए बताया कि वह ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है जिसके चलते वह स्टडी वीजा पर विदेश नहीं जा सका. इसके बाद उसने डोंकी से विदेश जाने का सोचा. आज से करीब दो साल पहले वह चौबीस लाख रुपये में पनामा के रास्ते अमेरिका तक जाने के लिए एक एजेंट से बात की. एजेंट उसे दिल्ली से दुबई के रास्ते यूरोप ले जाया गया. इस बीच उसे दुबई और यूरोप में कई दिन तक रुकना पड़ा लेकिन वह अमेरिका नहीं जा सका. एजेंट ने वापस उसे इंडिया पहुंचा दिया. कुछ दिन पहले फिर उसने चालीस लाख में मेक्सिको तक जाने के लिए एक एजेंट से बात की. एजेंट उसे दिल्ली से दुबई लेकर गया. लेकिन दुबई से आगे नहीं जा सका.
पुलिस कस रही शिकंजा: हरियाणा में विदेश जाने को लेकर धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में 622 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस की लोगों से अपील है कि जो व्यक्ति विदेश जाना चाहते हैं वे सरकार द्वारा अधिकृत इमीग्रेशन एजेंट से ही संपर्क करें. ताकि वे धोखाधड़ी का शिकार ना हो.
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