करनाल: कल्पना चावला अस्पताल में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया. जब महिला कोरोना मरीज की मौत होने के बाद मृतका के परिजन ने डॉक्टर की गर्दन पर चाकूला रख दिया, परिजन ने आरोप लगाया कि मरीज के मरने से पहले ही डॉक्टर ने उसे वेंटिलेटर से हटाया दिया था. जिस वजह से महिला की मौत हो गई.
बता दें कि कल्पना चावला अस्पताल में लगातार कोरोना मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. ऐसे में कई बार तीमारदारों और डॉक्टरों में विवाद देखने को मिल रहा है. सोमवार को एक महिला को कोरोना के इलाज के लिए उत्तरप्रदेश से कल्पना चावला लाया गया था. महिला कोरोना संक्रमित थी और महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था.
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इलाज के दौरान शाम के वक्त महिला की मौत हो गई. जब महिला को वेंटिलेटर से उतारकर वो वेंटीलेटर किसी और मरीज पर लगाने के लिए एक कर्मचारी वहां पहुंचा तो महिला का परिजन ने पास में रखा चाकू उस पर तान दिया. इसके बाद जब डॉक्टर आशीष वहां पहुंचे तो महिला के परिजन ने डॉक्टर की भी गर्दर पर चाकू रख दिया.
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मृतका के परिजन ने आरोप लगाए हैं कि इलाज में लापरवाही बरती गई है. महिला की मौत से पहले ही डॉक्टरों द्वारा वेंटिलेटर को हटाया गया, जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं विवाद बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया गया.