करनाल: सीएम सिटी में डेयरी शिफ्टिंग के लिए किए जा रहे दावे 10 साल बाद भी पूरे नहीं हो पाए. हर बार समय सीमा भी तय की गई लेकिन योजना सिरे चढ़ने का नाम नहीं ले रही है. अधिकारी एड़ी-चोटी का जोर लगाकर हार चुके हैं. बता दें कि डेयरी शिफ्टिंग सिटी का महत्वकांशी प्रोजेक्ट है.
शहर में स्थापित डेयरियों को स्थानांतरित करने के लिए कई बार योजनाएं तो बनाई गईं लेकिन हर बार यह कागजों तक सिमट कर ही रह गई. हाल ही में हुई नगर निगम की हाउस मीटिंग में भी इस मामले को लेकर चर्चा की गई, लेकिन देखना यह होगा कि इस मामले में कब पूर्ण रूप से कार्रवाई हो पाती है.
डेयरी संचालक गुरु पाल नरवाल ने बताया कि पिछले 10 सालों से अभी तक इस योजना पर कोई भी काम नहीं हुआ है. जब इस योजना का मुद्दा उठा था तो गांव पिंगली रोड पर डेयरियों को शिफ्ट करने की बात चली थी. उसके साथ-साथ रोड को डबल, सड़कों पर लाइट, पशु चिकित्सालय जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन इस प्रकार का अभी तक कोई भी प्रबन्ध नहीं हुआ है.
वहीं मेयर रेनू बाला गुप्ता का कहना है कि 2009 और 2011 में डेयरियों के लिए करनाल के पिंगली रोड पर प्लाटों को काटा गया था, जिसके बाद यह पता चला कि वह जगह डेयरियों के लिए पर्याप्त नहीं हो पाएगी और उसी समय से ये योजना लंबित पड़ी है. उन्होंने कहा कि इस योजना को लेकर अब हाउस मीटिंग की गई है और जल्द की योजना अमल में लाई जाएगी.