करनाल: दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिले में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी. दरअसल जनता दरबार में ऐसा रिटायर्ड टीचर पहुंचा जिसको ज़िला शिक्षा विभाग ने कागजों में मृत घोषित करके उसकी फैमिली पेंशन बांध दी. पीड़ित का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी उनसे काम करवाने के नाम पर रिश्वत मांगते हैं.
पीड़ित का नाम अनिल कुमार खन्ना हैं. जिला शिक्षा विभाग ने इन्हें मृत घोषित कर दिया है. विभाग ने पीड़ित की फैमिली पेंशन बांध दी. पीड़ित अनिल कुमार खन्ना ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वो 7th पे कमीशन की फाइल पर दस्तखत करने के लिए उनसे रिश्वत मांग रहे हैं.
अनिल कुमार का आरोप है कि जब उन्होंने अधिकारियों को रिश्वत नहीं दी तो उन्होंने अनिल को कागजों में मृत घोषित कर दिया और उनकी फैमिली पेंशन बांध दी, जिसके बाद अनिल शिकायत लेकर मुख्यमंत्री के सामने जनता दरबार में अपनी समस्या रखने के लिए आए.
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जनता दरबार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मैं तस्दीक करता हूं कि ये आदमी जिंदा है. शिक्षा अधिकारी ने कहा कि गलती से इनका नाम डेथ लिस्ट में चढ़ गया था. जिसको ठीक करने का प्रोसेस जारी है. अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला शिक्षा अधिकारी को 1 हफ्ते का वक़्त दिया है और कहा कि अगर 1 हफ्ते में अनिल की शिकायत का निपटारा नहीं किया गया तो DEO के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.