करनाल: करनाल जिला पुलिस के थाना इंद्री की टीम ने एक नाबालिग और तीन आरोपियों को पकड़ा है. इन पर पेट्रोल पंप पर काम करने के दौरान बिलों में हेराफेरी कर करीब 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी की वारदात करने का आरोप है. करनाल का पुलिस थाना इंद्री के उप निरीक्षक रामदिया की अध्यक्षता में टीम ने आरोपी प्रिंस कुमार, रजत कुमार व शुभम कुमार के साथ ही एक नाबालिग को जनेसरो बस अड्डा से गिरफ्तार किया है.
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी गढ़ी जनेसरो में स्थित पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने का काम करते थे. जब कोई ग्राहक इनसे पेट्रोल भराता था तो आरोपी उसके कार्ड से स्वाइप मशीन के माध्यम से पेमेंट लेते थे. आरोपी पेमेंट की रसीद ग्राहक को ना देकर दोनों प्रति अपने पास रख लेते थे और बाद में अलग-अलग समय पर उन रसीदों को मालिक को देकर उसके बदले में रुपये ले लेते थे.
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इसके अलावा आरोपी पुरानी रसीद को भी ऑफिस से निकालकर बाद में वहीं रसीद मालिक को देकर उसके बदले में भी कैश ले लेते थे. इस प्रकार आरोपियों ने पिछले करीब एक वर्ष में पेट्रोल पंप मालिक के साथ अलग-अलग समय पर करीब 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था. इस वारदात के संबंध में शिकायतकर्ता तिलक राज अंसल प्रोपराइटर कृष्ण फिलिंग स्टेशन निवासी गढ़ी जनेसरो इंद्री ने नवंबर 2022 में शिकायत दी थी.
जिसमें उसने बताया कि वह इंद्री जनेसरो का गांव गढ़ी में भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन के पेट्रोल पंप का मालिक है. आरोपी प्रिंस, शुभम, रजत व एक अन्य आरोपी पिछले करीब 1 साल से उसके पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरने का काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इस दौरान आरोपियों ने उससे 15 लाख रुपए की ठगी की है. शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी कार्ड स्वाइप मशीन से ग्राहक का एटीएम कार्ड स्वाइप करते थे. इस दौरान वे ग्राहकों को उनकी स्लिप नहीं देते थे.
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मशीन से निकलने वाली दोनों स्लिप अपने पास रखते थे. जिसके बाद वह मिलीभगत से एक पर्ची शिकायतकर्ता को देकर उसकी पेमेंट उससे ले लेते थे. शातिर इसके बाद दूसरी पर्ची को आठ से दस दिन बाद वापस पेट्रोल मालिक को देकर उसका भी पेमेंट ले लेते थे. इस प्रकार आरोपियों ने पेट्रोल मालिक के साथ हेराफेरी कर करीब 15 लाख रुपए ठग लिए. आरोपियों के खिलाफ थाना इंद्री में धारा 420, 406 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने तीन आरोपियों को आज कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश करके करनाल बाल सुधार गृह भेजा जाएगा.