करनाल: गुरुवार को करनाल नगर निगम में उस समय हंगामा मच गया, जब बीजेपी पार्षदों नगर निगम में पहुंचे और डीटीपी का घेराव किया. बता दें, पिछले काफी दिनों से नगर निगम जिले में बनी अवैध कॉलोनियों और शोरूम को ध्वस्त करने का काम कर रहा है, जिसको लेकर जमी जमाई कॉलोनी में रहने बाले लोग खासे परेशान हो रहे हैं. पिछले दिनों इस मामले को लेकर वार्ड पार्षद इकट्ठे होकर मुख्यमंत्री से मिले और मामले को संज्ञान में डाला.
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि किसी भी पुरानी कॉलोनी और बिल्डिंग को नहीं छेड़ा जाएगा, लेकिन उसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी नहीं रुके. गुरुवार सुबह-सुबह मंगल कॉलोनी पार्ट-टू और ऋषि कॉलोनी पर पीले पंजे से कार्रवाई करते हुए शोरूम को ध्वस्त कर दिया. जिसको लेकर तमाम नगर निगम के पार्षदों ने इकट्ठा हो नगर निगम में हल्ला बोल दिया, जिसके बाद निगम आयुक्त विक्रम और अमीर रेनू बाला गुप्ता भी मौके पर पहुंची.
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इस दौरान पार्षदों और डीटीपी के बीच में जमकर कहासुनी हुई. उन्होंने आरोप लगाए कि ये डीटीपी अपना तानाशाही रवैया अपना रहा है और मुख्यमंत्री के आदेशों की भी पालना नहीं कर रहा है. पार्षदों ने बताया कि हमने करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव से भी संपर्क किया. उनका साफ तौर पर कहना है कि उनकी संज्ञान में इस प्रकार का कोई भी मामला नहीं है.
पार्षद रजनी प्रोचा और पार्षद यदुबीर ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीटीपी विक्रम सिंह लोगों की नजर में बीजेपी की छवि को खराब और बदनाम करना चाहता है, ताकि आने वाले समय में लोग बीजेपी को वोट ना दे सकें. उन्होंने मांग रखते हुए कहा कि या तो तमाम पार्षद नगर निगम से त्यागपत्र देंगे या फिर ये डीटीपी यहां से जाएगा.
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