करनाल: हरियाणा में कबूतर बाजी और धोखाधड़ी से विदेश भेजने वालों के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. ऐसे लोगों के खिलाफ 139 एफआईआर दर्ज की गई है. इसके तहत आरोपियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से एक कार और नकदी भी बरामद की है.
कबूतर बाजों को पकड़ने के लिए बनाई गई एसआईटी की प्रमुख भारती अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा की धरती से कबूतर बाजी जैसे गोरखधंधे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा. जिसके लिए हाल ही में राज्य स्तर पर ऐसे मामलों की निगरानी और जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. इस दल में एक पुलिस महा निरीक्षक की अध्यक्षता में 6 एसपी स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है.
भारती अरोड़ा ने बताया कि ये टीम पूरे प्रदेश के युवाओं को गलत तरीके से विदेश भेजने वालों पर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में टीम को सख्त और त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके फल स्वरुप पुलिस ने प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है.
भारती अरोड़ा ने बताया कि हर रोज 5 से 7 केस सामने आ रहे हैं. उन सभी पर मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले अधिकतर करनाल जिले से आए हैं. युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ये उनके माता-पिता से 15 से 40 लाख रुपये तक वसूलते हैं और बाद में उन्हें जंगलों में लावारिस छोड़ दिया जाता है.
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उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा है कि वो फर्जी एजेंटों के चक्कर में ना पड़ें और सिर्फ रजिस्टर्ड एजेंट के माध्यम से ही अपने बच्चों को कानूनी तरीके से विदेश भेजें. बता दें कि अभीतक कबूतर बाजी को रोकने के लिए 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिसमें 11 लोग करनाल से हैं.
गौरतलब है कि प्रदेश में कबूतरबाजी का गोरखधंधा बढ़ता देख प्रदेश के गृह मंत्रालय ने आईपीएस अधिकारियों की एक एसआईटी गठित की थी. इस टीम की अध्यक्षता आईपीएस भारती अरोड़ा कर रही हैं. साथ ही 6 आईपीएस अधिकारी इस टीम का हिस्सा हैं.