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हरियाणा में खाकी हुई दागदार! रेप केस को दबाने के लिए 3 पुलिसवालों ने ली रिश्वत, तीनों सस्पेंड - कैथल रेप केस पुलिसकर्मी सस्पेंड

हरियाणा के कैथल जिले में तीन पुलिस वालों ने खाकी को दागदार किया है. यहां एक रेप केस को रफा-दफा करने की एवज में आरोपी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत ली (kaithal rape case bribe) और गलत शिकायत लिखी. एसपी लोकेन्द्र सिंह ने तीनों पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड (kaithal three policeman suspended) करने के निर्देश दे दिए हैं.

kaithal rape case bribe
kaithal three policeman suspended
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Published : Sep 1, 2021, 8:49 PM IST

कैथल: हरियाणा के कैथल जिले में खाकी दागदार हुई है. यहां थाना शहर के दो पुलिस कर्मचारियों पर रेप के मामले को दबाने और 10 लाख रुपये की रिश्वत (kaithal rape case bribe) लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. डीएसपी ने जांच में दोनों अधिकारियों को दोषी पाया है. इस पूरे मामले में जांचकर्ता महिला एएसआई का पति व पूंडरी थाने का एचसी भी शामिल बताया जाता है. पूरा मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार गांव मानस की रहने वाली एक शादीशुदा महिला ने 27 अगस्त को थाना शहर में शिकायत दी थी कि अर्जुन नगर में बनी एक फैक्ट्री के मालिक ने उसे रात के समय काम करने के बहाने फैक्ट्री में बुलाया और उसके साथ रेप किया.

थाना शहर प्रभारी ने मामले की जांच महिला एएसआई सुदेश रानी व एएसआई राजकुमार के हवाले कर दी, लेकिन दोनों पुलिस अधिकारियों ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बजाए 10 लाख रुपये में डील करके मामला रफा-दफा कर दिया. उन्होंने इस दस लाख में से तीन लाख चुप रहने की एवज में पीड़िता को भी दिए. ये पूरा लेनदेन महिला एएसआई सुदेश रानी के पति पट्टी अफगान निवासी धर्मवीर के माध्यम से हुआ. किसी तरह ये मामला एसपी के संज्ञान में आया. उन्होंने मामले की जांच डीएसपी दलीप को सौंप दी.

ये भी पढ़ें- डीएसपी और अंतरराष्ट्रीय पहलवान गीतिका जाखड़ पर हिसार में केस दर्ज, जानिए क्या है मामला

डीएसपी ने अपनी जांच में पाया कि पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय दोनों पुलिस अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज नहीं की और मामले को पेंडिंग रख लिया था. अगले दिन 28 अगस्त को दोनों पक्षों को बुलाकर रेप के आरोप वाली शिकायत वापस करके दूसरी शिकायत लिखवा ली. पुलिस अधिकारियों ने दो व्यक्तियों को बीच में डालकर समझौता करवा दिया. डीएसपी ने अपनी जांच में लिखा है कि दोनों पुलिस अधिकारियों ने महिला विरुद्ध अपराध को नजरअंदाज कर मामले को लटका दिया. इस पर उन्होंने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की.

थाना शहर कैथल में 31 अगस्त को डीएसपी दलीप सिंह की रिपोर्ट पर लेडी एएसआई सुदेश व एएसआई राजकुमार के खिलाफ 166ए, 120बी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. डीएसपी दिलीप सिंह ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया है पूंडरी थाने का हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह इस मामले में संलिप्त पाया गया है. आरोपी मामले को रफा-दफा करवाने के लिए पूंडरी गया था और हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह से भी मिला. एसपी लोकेन्द्र सिंह ने डीएसपी से जांच रिपोर्ट मांगवाई. उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसआई सुदेश, एएसआई राजकुमार व हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए हैं.

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कैथल: हरियाणा के कैथल जिले में खाकी दागदार हुई है. यहां थाना शहर के दो पुलिस कर्मचारियों पर रेप के मामले को दबाने और 10 लाख रुपये की रिश्वत (kaithal rape case bribe) लेने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. डीएसपी ने जांच में दोनों अधिकारियों को दोषी पाया है. इस पूरे मामले में जांचकर्ता महिला एएसआई का पति व पूंडरी थाने का एचसी भी शामिल बताया जाता है. पूरा मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार गांव मानस की रहने वाली एक शादीशुदा महिला ने 27 अगस्त को थाना शहर में शिकायत दी थी कि अर्जुन नगर में बनी एक फैक्ट्री के मालिक ने उसे रात के समय काम करने के बहाने फैक्ट्री में बुलाया और उसके साथ रेप किया.

थाना शहर प्रभारी ने मामले की जांच महिला एएसआई सुदेश रानी व एएसआई राजकुमार के हवाले कर दी, लेकिन दोनों पुलिस अधिकारियों ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बजाए 10 लाख रुपये में डील करके मामला रफा-दफा कर दिया. उन्होंने इस दस लाख में से तीन लाख चुप रहने की एवज में पीड़िता को भी दिए. ये पूरा लेनदेन महिला एएसआई सुदेश रानी के पति पट्टी अफगान निवासी धर्मवीर के माध्यम से हुआ. किसी तरह ये मामला एसपी के संज्ञान में आया. उन्होंने मामले की जांच डीएसपी दलीप को सौंप दी.

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डीएसपी ने अपनी जांच में पाया कि पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय दोनों पुलिस अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज नहीं की और मामले को पेंडिंग रख लिया था. अगले दिन 28 अगस्त को दोनों पक्षों को बुलाकर रेप के आरोप वाली शिकायत वापस करके दूसरी शिकायत लिखवा ली. पुलिस अधिकारियों ने दो व्यक्तियों को बीच में डालकर समझौता करवा दिया. डीएसपी ने अपनी जांच में लिखा है कि दोनों पुलिस अधिकारियों ने महिला विरुद्ध अपराध को नजरअंदाज कर मामले को लटका दिया. इस पर उन्होंने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की.

थाना शहर कैथल में 31 अगस्त को डीएसपी दलीप सिंह की रिपोर्ट पर लेडी एएसआई सुदेश व एएसआई राजकुमार के खिलाफ 166ए, 120बी के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. डीएसपी दिलीप सिंह ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया है पूंडरी थाने का हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह इस मामले में संलिप्त पाया गया है. आरोपी मामले को रफा-दफा करवाने के लिए पूंडरी गया था और हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह से भी मिला. एसपी लोकेन्द्र सिंह ने डीएसपी से जांच रिपोर्ट मांगवाई. उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसआई सुदेश, एएसआई राजकुमार व हेड कांस्टेबल दलबीर सिंह को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए हैं.

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