कैथल: गुहला चीका राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बलबेहड़ा में शहीद स्मारक का अनावरण समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में 6 शहीदों की मूर्तियों की स्थापना गांव के सरकारी स्कूल में की गई. इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शहीद ए आजम भगत सिंह के सुपौत्र यादवेंद्र सिंह ने शिरकत की. ग्रामीणों ने उनका स्वागत फूलों की वर्षा कर किया.
6 शहीदों की मूर्तियों का किया गया अनावरण
इस समारोह में 6 शहीदों की मूर्तियां जिसमें शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु, शहीद चंद्र शेखर आजाद, शहीद सुभाष चंद्र बोस, शहीद सुखदेव सिंह और शहीद ऊधम सिंह की स्थापना गांव के सरकारी स्कूल में की गई. इस दौरान गांव बलबेहड़ा के निवासियों और आसपास के गांवों से आए गणमान्य लोगों ने उनके स्वागत हेतु एक रैली भी निकाली. जिसमे स्कूली बच्चों और नौजवानों ने हाथों में तिरंगा लिए 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे लगाए. मुख्य अतिथि जब गांव में पहुंचे तब ग्रामीणों ने फूलों की वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया. पंडाल में पहुंचने के बाद उन्होंने स्कूल में तिरंगे को फहराया और राष्ट्रीय गान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी.
आज के नौजवानों के कंधों पर है शहीदों के शहादत का भार
इस दौरान यादवेंद्र सिंह ने कहा कि इस देश की आजादी में सिर्फ एक दो नहीं बल्कि लाखों शहीदों ने अपनी जान की बाजी लगाई. उन्होंने कहा कि आज के नौजवानों के कंधों पर शहीदों के शहादत का भार है. उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा कि वर्तमान पीढ़ी आज अपने शहीदों के बारे में नहीं जान पाई है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में इस तरह की व्यवस्था बना दी गई है कि इस पीढ़ी के बच्चों का शहीदों के साथ नाता नहीं जुड़ पाया है.
यादवेंद्र सिंह ने प्रतिमा अनावरण के मौके पर भागल गांव के शहीद राजेश पुनिया की माता को भी एक शाल भेंट कर समान दिया. वहीं जेएनयू से शहीद भगत सिंह पर रिसर्च कर रहे छात्र चंद्र प्रकास को सम्मान देकर उनका स्वागत किया.