कैथल/गुहला चीका: कोरोना की वजह से देश को दो महीने से भी ज्यादा वक्त के लिए लॉकडाउन किया गया था. जिसके बाद आज से धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है. अगर बात कैथल की करें तो यहां भी सभी धार्मिक स्थल खुल गए हैं. श्रद्धालुओं के आने से पहले धार्मिक स्थलों को सैनिटाइज किया गया, जिसके बाद ही श्रद्धालुओं को अंदर एंट्री दी गई.
गुहला क्षेत्र के श्री गुरुद्वारा साहब, प्राचीन भवानी मंदिर, ज्वाला जी मंदिर, मस्जिद और तमाम धार्मिक स्थलों को सरकार की शर्तों के मुताबिक खोल दिया गया है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जा रहा है. एक बारी में सिर्फ 20 श्रद्घालुओं को ही अंदर जाने की अनुमति है. इसके अलावा श्रद्धालुओं का मास्क पहनना भी अनिवार्य है.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि सुबह से ही मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को तांता लगा है. पहले श्रद्धालुओं के हाथ सैनिटाइज किए जा रहे हैं. जिसके बाद ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ उन्हें भगवान के दर्शन करने दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कम श्रद्धालुओं के अंदर जाने से दूसरे श्रद्धालुओं को थोड़ा इंतजार करना पड़ रहा है, लेकिन कोरोना से सावधाने के लिए ये जरूरी है.
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गौरतलब है कि देश में आज से कई जगहों पर धार्मिक स्थल, मॉल, होटल और रेस्तरां फिर से खुल गए हैं. हालांकि कोरोना काल में मंदिर, मस्जिद के नियम बदल गए हैं. मंदिरों में प्रसाद आदि का वितरण नहीं हो रहा है, जबकि एक बार में सिर्फ 20 श्रद्धालुओं को एंट्री दी जा रही है. हालांकि कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए फरीदाबाद और गुरुग्राम में धार्मिक स्थल नहीं खोले गए हैं.