कैथल: नौकरी से निकाले गए पीटीआई शिक्षकों ने शुक्रवार को अपने परिवार के साथ और अन्य कर्मचारी संगठनों के लोगों के साथ कैथल लघु सचिवालय में धरना प्रदर्शन किया. बाद में लोगों ने सचिवालय में ही गिरफ्तारियां दी और रोष जाहिर किया.
सर्व कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष जनरल सिंह ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी कर्मचारियों ने पीटीआई शिक्षकों के समर्थन में उतरकर प्रदर्शन कर गिरफ्तारियां दी हैं. उन्होंने मांग की है कि नौकारी से निकाले गए पीटीआई शिक्षकों को जल्द से जल्द बहाल किया जाए.
उन्होंने कहा कि आज सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने अपने परिवार के साथ गिरफ्तारियां दी हैं. उनकी मांग है कि सरकार इन हटाए गए 1983 अध्यापकों को दोबारा बहाल कर नौकरी पर रखे.
ये है पूरा मामला?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेश भर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यार्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी गई थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं.
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हाई कोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हरियाणा सरकार ने इसी साल 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया. जिसके बाद से प्रदेश भर में पीटीआई शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी है.