कैथल: प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर को बुधवार को पीटीआई टीचरों के विरोध का सामना करना पड़ा. बताया जा रहा है कि शिक्षा मंत्री बुधवार को भीमराव अंबेडकर कॉलेज में कोरोना महामारी के लिए करवाए जा रहे हवन यज्ञ में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे.
इस दौरान जैसे ही पीटीआई टीचरों को इसके बारे में जानकारी मिली तो वो कॉलेज में शिक्षा मंत्री का घेराव करने के लिए सड़कों पर आ गए. लेकिन पुलिस ने उनको शिक्षा मंत्री तक नहीं पहुंचने दिया, जिसके बाद उन्होंने सरकार और शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध प्रदर्शन किया.
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने कहा कि पीटीआई टीचरों से बात की जाएगी और उनकी समस्या को सुना जाएगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि पीटीआई टीचरों को सरकार ने नहीं हटाया है, उन्हें न्यायालय के आदेश पर हटाया गया है और न्यायालय के आदेश का पालन करना सरकार और प्रशासन का कर्तव्य है, इसलिए वो लोग मन से इस बात को निकाल दें कि सरकार ने उनको निकाला है.
उन्होंने प्राइवेट स्कूलों की फीस के ऊपर बोलते हुए कहा कि प्राइवेट स्कूलों में सिर्फ ट्यूशन फीस ली जाएगी और अगर अन्य किसी तरह की वसूली कोई स्कूल करता है तो उस स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं स्कूल खोलने के ऊपर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी स्कूल खोलने के लिए कोई भी नीति नहीं बनाई गई है, कोरोना वायरस को काबू करने के बाद स्कूल खोलने के बारे में सोचा जाएगा.
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कोरोना वायरस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए हम सभी को सावधानियों की जरूरत है, अगर हम कहीं बाहर जाते हैं तो हमें मास्क लगाकर बाहर निकलना चाहिए और जिला प्रशासन के आदेशों का पालन करना चाहिए. ताकि कोरोना वायरस को फैलने रोका जा सके.