कैथल : कैथल में नीलम यूनिवर्सिटी (Neelam University in Kaithal) के एक प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, डीएन रिसर्च, चांसलर के खिलाफ भी मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप भी लगाया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पीएचडी की डिग्री से वंचित करने के साथ ही नौकरी से निकालने की धमकी भी दी गई है.
फिलहाल प्रोफेसर के बताए नामों के खिलाफ थाना सदर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. हुडा के सेक्टर-20 में रहने वाले पीड़ित विकास दीप कोहली ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि वह क्योड़क गांव की नीलम यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुआ था. यूनिवर्सिटी के सभी अधिकारी और कर्मचारी उसे जातिसूचक शब्दों से परेशान करते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि षड्यंत्र के तहत उन पर पद से रिजाइन देने के लिए दबाव बनाया गया. जिस कारण उसने 21 जून 2022 को रजिस्ट्रार पद से रिजाइन कर दिया. उसके बाद वह 16 अगस्त 2022 से लॉ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत (Latest News Kaithal) है. आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर से उन्होंने पीएचडी का प्री सबमिशन रद्द करने का कारण पूछा तो उन्होंने पीड़ित को जातिसूचक शब्दों से जलील किया.
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आरोप है कि यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने 20 अक्टूबर को उसे अपने कार्यालय में बुलाकर धमकाया और जबरदस्ती एक लेटर पर साइन करवा लिए. एसपी मकसूद अहमद ने बताया कि पुलिस ने यूनिवर्सिटी के 5 अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई (harassment in Neelam University in Kaithal) जाएगी.