कैथलः हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने सोमवार देर शाम उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम राजौंद के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए चार कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दे दिए.
1 कर्मचारी के निलंबन का प्रेस नोट हुआ जारी
लेकिन सोमवार देर रात को ही फोन पर बात करे पर मंत्री ने कैथल के मीडियाकर्मियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया था. इस दौरान चंडीगढ़ से सूचना मंत्रालय से प्रेस नोट जारी कर दिया, लेकिन उस प्रेस नोट में भी सिर्फ एक कर्मचारी के निलंबन के बारे में लिखा गया था. लेकिन मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए चार कर्मचारियों को निलंबित करने की बात कही है.
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ड्यूटी के दौरान नदारद पाए गए थे कर्मचारी
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा मंगलवार को कैथल में नागरिक संशोधन कानून के जागरूकता अभियान में पहुंची थी. वहां पर पत्रकारों ने कर्मचारियों के निलंबन को लेकर सवाल किया तो उस पर बोलते हुए कहा कि राजौंद कस्बे के निवासियों से उन्हें शिकायतें मिल रही थी कि वहां पर सरकारी कार्यालयों में अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और आमजन की समस्या को नहीं सुन पा रहे. इसी को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां पर बिजली बोर्ड में कुछ कर्मचारी नदारद पाए. जिसके बाद मौके पर ही उन्होंने 4 कर्मचारियों के निलंबन करने के निर्देश दे दिए और कुछ कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया.
एक्शन में दिख रहे हैं मंत्री और विधायक
आपको बता दें कि हरियाणा की बीजेपी सरकार में मंत्री और विधायक आजकल सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण और कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर भी ज्यादा जोर दे रहे हैं. उनको शायद 2019 के विधानसभा चुनाव से यह सबक मिला है, क्योंकि 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तत्कालीन मंत्रियों में से ज्यादातर मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था. जिससे सबक लेते हुए अब मौजूदा समय में मंत्री और विधायक आम जनता के बीच पहुंच रहे हैं और मीडिया और आमजन की नजरों में आने के लिए ड्यूटी में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों को सस्पेंड कर रहे हैं.
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