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मंत्री ने 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड, प्रेस नोट में लिखा गया सिर्फ एक

हरियाणा की बीजेपी सरकार में मंत्री और विधायक आजकल सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण और कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर भी ज्यादा जोर दे रहे हैं.

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Published : Jan 7, 2020, 10:29 PM IST

कैथलः हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने सोमवार देर शाम उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम राजौंद के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए चार कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दे दिए.

1 कर्मचारी के निलंबन का प्रेस नोट हुआ जारी
लेकिन सोमवार देर रात को ही फोन पर बात करे पर मंत्री ने कैथल के मीडियाकर्मियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया था. इस दौरान चंडीगढ़ से सूचना मंत्रालय से प्रेस नोट जारी कर दिया, लेकिन उस प्रेस नोट में भी सिर्फ एक कर्मचारी के निलंबन के बारे में लिखा गया था. लेकिन मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए चार कर्मचारियों को निलंबित करने की बात कही है.

मंत्री ने 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड, प्रेस नोट में लिखा गया सिर्फ एक.

ये भी पढ़ेंः- साइबर सिटी के स्कूलों में बच्चे असुरक्षित! 250 से ज्यादा स्कूलों के पास नहीं है फायर एनओसी

ड्यूटी के दौरान नदारद पाए गए थे कर्मचारी
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा मंगलवार को कैथल में नागरिक संशोधन कानून के जागरूकता अभियान में पहुंची थी. वहां पर पत्रकारों ने कर्मचारियों के निलंबन को लेकर सवाल किया तो उस पर बोलते हुए कहा कि राजौंद कस्बे के निवासियों से उन्हें शिकायतें मिल रही थी कि वहां पर सरकारी कार्यालयों में अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और आमजन की समस्या को नहीं सुन पा रहे. इसी को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां पर बिजली बोर्ड में कुछ कर्मचारी नदारद पाए. जिसके बाद मौके पर ही उन्होंने 4 कर्मचारियों के निलंबन करने के निर्देश दे दिए और कुछ कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया.

एक्शन में दिख रहे हैं मंत्री और विधायक
आपको बता दें कि हरियाणा की बीजेपी सरकार में मंत्री और विधायक आजकल सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण और कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर भी ज्यादा जोर दे रहे हैं. उनको शायद 2019 के विधानसभा चुनाव से यह सबक मिला है, क्योंकि 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तत्कालीन मंत्रियों में से ज्यादातर मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था. जिससे सबक लेते हुए अब मौजूदा समय में मंत्री और विधायक आम जनता के बीच पहुंच रहे हैं और मीडिया और आमजन की नजरों में आने के लिए ड्यूटी में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों को सस्पेंड कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः- हड़ताल में शामिल कर्मचारियों को जारी मुख्य सचिव के पत्र पर तालमेल कमेटी का बयान, कहा- 'नहीं डरेंगे'

कैथलः हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने सोमवार देर शाम उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम राजौंद के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए चार कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दे दिए.

1 कर्मचारी के निलंबन का प्रेस नोट हुआ जारी
लेकिन सोमवार देर रात को ही फोन पर बात करे पर मंत्री ने कैथल के मीडियाकर्मियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया था. इस दौरान चंडीगढ़ से सूचना मंत्रालय से प्रेस नोट जारी कर दिया, लेकिन उस प्रेस नोट में भी सिर्फ एक कर्मचारी के निलंबन के बारे में लिखा गया था. लेकिन मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए चार कर्मचारियों को निलंबित करने की बात कही है.

मंत्री ने 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड, प्रेस नोट में लिखा गया सिर्फ एक.

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ड्यूटी के दौरान नदारद पाए गए थे कर्मचारी
राज्य मंत्री कमलेश ढांडा मंगलवार को कैथल में नागरिक संशोधन कानून के जागरूकता अभियान में पहुंची थी. वहां पर पत्रकारों ने कर्मचारियों के निलंबन को लेकर सवाल किया तो उस पर बोलते हुए कहा कि राजौंद कस्बे के निवासियों से उन्हें शिकायतें मिल रही थी कि वहां पर सरकारी कार्यालयों में अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और आमजन की समस्या को नहीं सुन पा रहे. इसी को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां पर बिजली बोर्ड में कुछ कर्मचारी नदारद पाए. जिसके बाद मौके पर ही उन्होंने 4 कर्मचारियों के निलंबन करने के निर्देश दे दिए और कुछ कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया.

एक्शन में दिख रहे हैं मंत्री और विधायक
आपको बता दें कि हरियाणा की बीजेपी सरकार में मंत्री और विधायक आजकल सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण और कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर भी ज्यादा जोर दे रहे हैं. उनको शायद 2019 के विधानसभा चुनाव से यह सबक मिला है, क्योंकि 2019 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तत्कालीन मंत्रियों में से ज्यादातर मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था. जिससे सबक लेते हुए अब मौजूदा समय में मंत्री और विधायक आम जनता के बीच पहुंच रहे हैं और मीडिया और आमजन की नजरों में आने के लिए ड्यूटी में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों को सस्पेंड कर रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः- हड़ताल में शामिल कर्मचारियों को जारी मुख्य सचिव के पत्र पर तालमेल कमेटी का बयान, कहा- 'नहीं डरेंगे'

Intro:राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कैथल के कस्बे राजोद में 4 कर्मचारियों को किया सस्पेंड


Body:हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कल देर शाम उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम राजौंद के कार्यालय का औचक निरीक्षण किया और कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए चार कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश दे दिए.
राजा मंत्री कमलेश ढांडा आज कैथल में नागरिक संशोधन कानून के जागरूकता अभियान में पहुंची थी वहां पर पत्रकारों द्वारा सवाल किया गया कि रात आपने बिजली विभाग के कर्मचारियों को निलंबित किया है तो उस पर बोलते हुए कहा कि राजौंद कस्बे के निवासियों द्वारा मुझे शिकायतें मिल रही थी कि वहां पर सरकारी कार्यालयों में अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं और आमजन की समस्या को नहीं सुन पा रहे। इसी को मैंने गंभीरता से लेते हुए कल औचक निरीक्षण किया और वहां पर बिजली बोर्ड में कुछ कर्मचारी नदारद पाए जिसके मैंने मौके पर ही 4 कर्मचारियों के निलंबन करने के निर्देश दे दिए और कुछ कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।


Conclusion:हालांकि कल हमारे द्वारा देर रात को सूचना मिलने पर मंत्री से फोन पर बात की गई थी लेकिन उन्होंने निलंबन करने का कोई संतोषजनक जवाब कैथल मीडिया को नहीं दिया और चंडीगढ़ सूचना मंत्रालय से प्रेस नोट जारी कर दिया लेकिन उस प्रेस नोट में भी सिर्फ एक कर्मचारी के निलंबन के बारे में लिखा गया था लेकिन आज उन्होंने मीडिया से बात करते हुए चार कर्मचारियों को निलंबित करने की बात कही है।

हरियाणा भाजपा सरकार में मंत्री व विधायक आजकल सरकारी कार्यालयों में औचक निरीक्षण के ऊपर काफी जोर दे रहे है। और कर्मचारियों को सस्पेंड करने पर भी ज्यादा जोर दे रहे हैं उनको 2019 विधानसभा चुनाव से यह सबक मिला है क्योंकि 2019 विधानसभा चुनाव में भाजपा के मौजूदा ज्यादातर मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा था। जिस से सबक लेते हुए अब मौजूदा समय में मंत्री व विधायक आम जनता के बीच पहुंच रहे हैं। और मीडिया व आमजन की नजरों में आने के लिए ऐसे कर्मचारियों को सस्पेंड कर रहे हैं।

लेकिन ऐसे सस्पेंड करने से प्रदेश की सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली में सुधार होना मुश्किल सा दिखाई देता है क्योंकि ऐसे औचक निरीक्षण हरियाणा सरकार में गब्बर कहे जाने वाले मंत्री अनिल विज ने काफी किया है और पिछले समय में इन औचक निरीक्षण और सस्पेंड करने के ऊपर उनपर वरिष्ठ भाजपा नेताओं के द्वारा रोक लगा दी थी लेकिन गब्बर अब भी ऐसे ही आमजन के बीच में पहुंचकर लोगों के लिए एक आशा बनकर पहुंच रहा है। अनिल विज को देख कर ही मुख्यमंत्री समेत मंत्री ऐसे औचक निरीक्षण करते नजर आते है।
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