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कैथल: शेल्टर होम में मिल रही सुविधाएं, फिर भी घर जाना चाहते हैं प्रवासी मजदूर

कैथल के शेल्टर होम में ठहरे लोगों ने बताया कि वो पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के दूसरे जिलों से आए हैं. यहां उन्हें हर सुविधा मिल रही है, लेकिन वो भी अपने घर जाना चाहते हैं.

migration workers staying in shelter home
कैथल: शेल्टर होम में मिल रही सुविधाएं, फिर भी घर जाना चाहते हैं प्रवासी मजदूर
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Published : Apr 5, 2020, 6:37 PM IST

कैथल: 21 दिन के लॉकडाउन का आज 12वां दिन है. लोग पिछले 12 दिनों से घरों में कैद हैं, ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले. वहीं कुछ प्रवासी मजूदर अपने घर से दूर होने की वजह से शेल्टर होम में हैं. ईटीवी भारत ने ऐसे लोगों से बात की जो लॉकडाउन के दौरान पंजाब या किसी अन्य राज्य से अपने राज्य जाने के लिए कैथल से गुजर रहे थे. इस दौरान प्रशासन ने उन्हें रोककर जिले में ही शेल्टर होम में ठहरा दिया.

कैथल के शेल्टर होम में ठहरे लोगों ने बताया कि वो पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के दूसरे जिलों से आए हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिन में जब यात्रियों को पैदल जाने दिया जा रहा था. तब वो अपने घर की ओर निकले थे, लेकिन कैथल प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया और जिले के शेल्टर होम में रुकवा दिया.

शेल्टर होम में मिल रही सुविधाएं, फिर भी घर जाना चाहते हैं प्रवासी मजदूर

ये भी पढ़िए: लॉकडाउन से सेहत पर पड़ रहा असर? जानिए योग गुरू से फिट रहने के उपाय

प्रवासी मजदूरों ने कहा कि भले ही यहां उन्हें हर सुविधा मिल रही है, लेकिन वो भी अपने घर जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां उन्हें हर सुविधा दी जा रही है, लेकिन उनके घर में बच्चे और परिजन अकेले हैं. जिसकी वजह से वो यहां से अपने घर जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां भी एक तरीके से वो बंदी ही हैं, क्योंकि यहां एक कमरे में काफी लोग रह रहे हैं. हालांकि सोशल डिस्टेंस जरूर बनाके रखा गया है, लेकिन फिर भी घर में ज्यादा बचाव हो सकता है.

कैथल: 21 दिन के लॉकडाउन का आज 12वां दिन है. लोग पिछले 12 दिनों से घरों में कैद हैं, ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले. वहीं कुछ प्रवासी मजूदर अपने घर से दूर होने की वजह से शेल्टर होम में हैं. ईटीवी भारत ने ऐसे लोगों से बात की जो लॉकडाउन के दौरान पंजाब या किसी अन्य राज्य से अपने राज्य जाने के लिए कैथल से गुजर रहे थे. इस दौरान प्रशासन ने उन्हें रोककर जिले में ही शेल्टर होम में ठहरा दिया.

कैथल के शेल्टर होम में ठहरे लोगों ने बताया कि वो पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के दूसरे जिलों से आए हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिन में जब यात्रियों को पैदल जाने दिया जा रहा था. तब वो अपने घर की ओर निकले थे, लेकिन कैथल प्रशासन ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया और जिले के शेल्टर होम में रुकवा दिया.

शेल्टर होम में मिल रही सुविधाएं, फिर भी घर जाना चाहते हैं प्रवासी मजदूर

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प्रवासी मजदूरों ने कहा कि भले ही यहां उन्हें हर सुविधा मिल रही है, लेकिन वो भी अपने घर जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां उन्हें हर सुविधा दी जा रही है, लेकिन उनके घर में बच्चे और परिजन अकेले हैं. जिसकी वजह से वो यहां से अपने घर जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां भी एक तरीके से वो बंदी ही हैं, क्योंकि यहां एक कमरे में काफी लोग रह रहे हैं. हालांकि सोशल डिस्टेंस जरूर बनाके रखा गया है, लेकिन फिर भी घर में ज्यादा बचाव हो सकता है.

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