कैथल: हरियाणा के कैथल जिले में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज में विवाद बढ़ गया है. दोनों के बीच भिड़ंत को देखते हुए बुधवार को राजपूत समाज के प्रदर्शनकारियों पर पुलिस को लाठीचार्ज करके आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. दरअसल कैथल के ढांड रोड चौक पर सरकार मिहिर भोज की प्रतिमा लगा रही है. इसका अनावरण गुर्जर समाज के नेता करने वाले थे. मुख्य अतिथि के तौर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को बुलाया गया था. लेकिन मिहिर भोज को गुर्जर राजा बताये जाने पर राजपूत समाज को ऐतराज था. इसी को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने हो गये.
कंवरपाल गुर्जर नहीं पहुंचे- 20 जुलाई को शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए कैथल पहुंचने वाले थे. लेकिन राजपूत समाज के विरोध को देखते हुए वो नहीं पहुंचे. शिक्षा मंत्री ने विवाद बढ़ता देख आज सुबह अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया. जिसके बाद कैथल के बीजेपी विधायक लीलाराम गुर्जर और समाज के बाकी नेताओं ने खुद ही मूर्ति का अनावरण कर दिया.
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मिहिर भोज की प्रतिमा पर विवाद क्या है- कैथल के ढांड चौक पर लगी मिहिर भोज की प्रतिमा के आगे गुर्जर प्रतिहार सम्राट लिखा हुआ है. गुर्जर समाज के लोग मिहिर भोज को अपना पूर्वज मानते हैं. अनावरण का ये कार्यक्रम गुर्जर समाज के लोग आयोजित कर रहे थे. इसलिए गुर्जर समाज ने मिहिर भोज को गुर्जर प्रतिहार सम्राट लिखा है. वहीं दूसरी तरफ राजपूत समाज के लोग मिहिर भोज पर अपना दावा ठोंक रहे हैं. राजपूत नेताओं का कहना है कि मिहिर भोज राजपूत राजा थे इसलिए उनके नाम के आगे केवल हिंदू लिखा जाये.
राजपूत समाज का अल्टीमेटम- 20 जुलाई यानि आज कैथल के ढांड रोड स्थित चौक पर गुर्जर समाज के नताओं ने मिहिर भोज की इस प्रतिमा का अनावरण करने का कार्यक्रम रखा था. इसके लिए गुर्जर समाज के लोग कई दिनों से तैयारी में जुटे थे और मुख्य अतिथि के तौर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को बुलाया गया था. राजपूत समाज के लोगों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने अनावरण कार्यक्रम का विरोध करना शुरू कर दिया. इसको लेकर उन्होंने तीन दिन पहले ही जिला प्रशासन को 19 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया था.
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राजपूत समाज द्वारा 19 जुलाई तक दिए गए अल्टीमेटम का समय पूरा होने के बाद बुधवार को हजारों की संख्या में राजपूत समाज के लोग जिला सचिवालय में पहुंचे. उन्होंने गुर्जर समाज और प्रशासन को चेतावनी दी कि या तो मिहिर भोज की मूर्ति के आगे से गुर्जर शब्द को हटा दिया जाए अन्यथा वो किसी भी सूरत में इस प्रोग्राम को सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि मूर्ति का अनावरण करने आ रहे शिक्षा मंत्री का जोरदार विरोध करेंगे. बुधवार को दिनभर राजपूत समाज के लोग जिला सचिवालय में प्रदर्शन करते रहे.
पुलिस ने किया लाठीचार्ज- जब प्रशासन की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया तो शाम को राजपूत समाज के नेता खुद मूर्ति का अनावरण करने के लिए निकल पड़े. पुलिस ने कैथल बस स्टैंड के आगे बेरिकेड्स लगाकर उनको रोकने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बेरिकेड्स भी तोड़ दिये. जैसे ही प्रदर्शनकारी चौक पर लगी मूर्ति के पास पहुंचे तो स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई. इस बीच प्रदर्शनकारी और पुलिस में जबरदस्त भिड़ंत हो गई. पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे.
बीजेपी छोड़ सकते हैं कई नेता- भारी विवाद के बीच अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों समुदायों के लोग अब शहर में अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन कर सकते हैं. जिसको लेकर जिला प्रशासन व पुलिस विभाग अलर्ट मोड पर है. कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए इलाके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया है. शहर की हर सड़क और चौक चौराहे पर पुलिस तैनात है. चर्चा ये है कि अगर राजपूत समाज के लोगों की मांग नहीं मानी गई तो बीजेपी के कई नेता पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं.
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