कैथल: हरियाणा ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह कोरोना वॉरियर्स बनकर लोगों की मदद कर रहे हैं. स्वयं सहायता समूह के सदस्य कोरोना से बचाने के लिए मास्क और सैनिटाइजर तैयार कर रहे हैं. जिला में अभी तक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की तरफ से लगभग 1 लाख 28 हजार मास्क बनाए जा चुके हैं.
सोमवार को उपायुक्त सुजान सिंह सीऔरन महिला ब्लॉक संगठन की तरफ से बनाए मास्क और सैनिटाइजर बिक्री केंद्र का शुभारंभ करने पहुंचे थे. उन्होंने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि कपड़े का मास्क बनाकर ये महिलाएं सराहनीय कार्य कर रही हैं. यह कपड़े का बना मास्क रि-यूजेएबल यानी दोबारा धोकर इस्तेमाल किया जा सकता है.
महिलाओं को मिला रोजगार
मास्क बनाकर जहां कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, औरहीं इन महिलाओं को आजीविका का अऔरसर भी प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि आम जनता को भी जागरूक होने की काफी आऔरश्यकता है. घर से निकलते ही हमें मास्क का प्रयोग करना है और सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान रखना है. जिला प्रशासन द्वारा शुरुआत से ही हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कपड़े के मास्क बनाने का जिम्मा सौंपा गया था और इस जिम्मेदारी को निभाते हुए अच्छा कार्य किया है और अब यह महिलाएं आमजन के लिए इन केंद्रों के माध्यम से कपड़े के मास्क और सैनिटाइजर उचित दाम पर दे रही हैं.
174 स्वयं सहायता समुह बना रहे मास्क
स्वयं सहायता समूह के लिए यह कार्य आमदनी का जरिया भी बना है, जिससे वे आत्मनिर्भर होंगी. उन्होंने कहा कि जिला में मास्क बनाने के लिए 174 स्वयं सहायता समूह की 383 महिलाएं मास्क और सैनिटाइजर बनाने का काम कर रही हैं. इसमें सीऔरन, गुहला, कलायत, ढांड और राजौंद स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मास्क बनाने का कार्य कर रही है.
डीसी ने खुद पैसे देकर खरीदे स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए मास्क उपायुक्त सुजान सिंह ने स्वयं सहायता महिलाओं से मास्क और सैनिटाइजर के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करते हुए मौके पर ही नकद पैसे देकर अपने इस्तेमाल के लिए खरीद केंद्र से मास्क लिए और आमजन से भी आह्वान किया कि सभी अपने मूंह को ढ़ककर रखें और कपड़े का मास्क जरूर लगाएं.
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