कैथल: पूरे भारत में लॉकडाउन के चलते गरीब और प्रवासी मजदूरों की मुश्किले बढ़ गई थी. इस दौरान ये भी खबरे सामने आई कि कई दुकानदार लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं और सामान को सामान्य दामों से ऊपर बेच रहे हैं. इस को लेकर जिला उपमंडल कमलप्रीत कौर ने कई सब्जी विक्रेताओं और ग्राहकों से बातचीत की.
बता दें कि उपमंडलाधीश कमलप्रीत कौर की ये बातचीत ग्राहकों को ये पूछना था कि कही दुकानदार उनसे ज्यादा पैसे तो नहीं ऐंठ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सभी जरूरी सामानों के रेटों को फिक्स किए जाते हैं, ताकि कोई भी दुकानदार अपनी मनमर्जी से ग्राहकों को महंगा सामान न दे सके.
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उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में लोगों को सब्जी, फल और अन्य सामान खरीदने में कोई परेशानी ना हो और सामान भी लोगों को उचित रेटों पर मिले, इस व्यवस्था को लेकर उच्च अधिकारियों की समितियों का गठन किया गया है.
ये समिति समय-समय पर मार्केट में दुकानों की चैकिंग कर रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई दुकानदार किसी भी सामान को फिक्स रेटों के आधार पर नही देता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जिस सामान के रेट हर रोज बदलते हैं, संबंधित विभाग सभी सब्जी और फल विक्रेताओं को रेटों के बारे में अवगत करवाएंगे, ताकि ग्राहकों के साथ धोखा न हो.