कैथल: हरियाणा गुरुद्वारा सिख प्रबंधक कमेटी (HSGPC) की वोटर लिस्ट में फर्जी वोट बनवाने का मामला सामने आया है. एचएचजीपीसी की वोटर लिस्ट में हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत का नाम सामने आने के बाद विवाद बढ़ गया. इस मामले पर सफाई देते हुए कैलाश भगत ने एचएसजीएमसी की वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करने को किसी की साजिश बताया है.
इस मामले में कैलाश भगत ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से उनका कोई लेना देना नहीं है. इसकी वोटर लिस्ट में उनका नाम शामिल किया जाना किसी की साजिश है. हैफेड चेयरमैन ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहब में बुजुर्गों के समय से उनके परिवार की पूरी आस्था है, लेकिन एचएसजीएमसी का चुनाव सिखों का धार्मिक मामला है. वह जानते हैं कि पूर्ण सिख ही वोट बनवाकर इसमें मतदाता बन सकता है.
उन्होंने आगे कहा कि गुरु ग्रंथ साहब में आस्था होना अलग बात है और वोट बनवाना एक अलग बात है. वोटर लिस्ट में उनका नाम आने की जांच करने के लिए जिला प्रशासन को शिकायत करेंगे. मंगलवार को इस मुद्दे पर कैलाश भगत ने कहा कि एचएसजीएमसी की वोटर लिस्ट में उनका नाम लिखा जाना किसी की शरारत हो सकती है. वह सिख समाज को मानते हैं. उनका पूरा आदर करते हैं. गुरुद्वारों की वोटर लिस्ट में सदस्य बनने के लिए नियम और कायदे तय किए गए हैं, जो उन्हें मालूम हैं. ऐसा गलत काम वो कभी नहीं कर सकते. उन्होंने मांग की है कि ऐसा करने वाले कि खिलाफ कार्रवाई की जाए.
दरअसल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव (HSGPC Election) होना है. इसके लिए कमेटी में सिख समाज के लोगों का नाम दर्ज किया जा रहा है. इस दौरान शिकायत सामने आई है कि कई फर्जी नाम भी वोटर लिस्ट में दर्ज कराए गए हैं. यहां तक कि कई जाने-माने लोगों के नाम भी सामने आया है. इसी में एक हैफेड चेयरमैन कैलाश भगत का भी है. हलांकि कैलाश भगत ने अब ये साफ कर दिया है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. उनका नाम वोटर लिस्ट में डलवाना किसी की शरारत है.
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