कैथल: ट्रेड यूनियन के आह्वान पर सूबे के रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर हैं. कैथल डिपो पर करीब 158 बसें हैं. जिसमें 115 बसें चल रही हैं. हालांकि कुछ कर्मचारियों ने सांकेतिक हड़ताल की. उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान बस स्टैंड पर पुलिस बल भी तैयान किया गया.
कैथल डिपो के महाप्रबंधक ने बताया कि सभी बसें सामान्य की तरह चल रही हैं हड़ताल का बसों पर कोई असर नहीं हैं. यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान में रखा जाएगा. जरूरत पड़ने पर दूसरे डिपो से भी बसें चलाई गई. यूनियन के पदाधिकारी हड़ताल पर जरूर हैं लेकिन हड़ताल बेअसर है.
ट्रेड यूनियनों की मांग क्या है?
जिन ट्रेड यूनियन ने भारत बंद बुलाया है, उनका दावा है कि केंद्र सरकार की ओर आर्थिक और जन विरोधी नीतियों को लागू किया जा रहा है. इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे लेबर लॉ का भी विरोध किया जा रहा है. स्टूडेंट यूनियन की ओर से शिक्षण संस्थानों में फीस बढ़ाने का विरोध किया जा रहा है. यूनियन की मांग है कि केंद्र सरकार का कर्मचारियों से बातकर नीतियों को आगे बनाना चाहिए.
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यूनियन की तरफ से 13 प्वाइंट की मांग रखी गई हैं
आम लोगों की जरूरत वाली चीजों के बढ़ते दाम को काबू करना
पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम, बेरोजगारी, महंगाई पर काबू पाना
इसके अलावा जो मुख्य मांग है कि मजदूरों की तन्ख्वाह बढ़ाना
इस मांग को काफी लंबे समय से रखा जा रहा है
यूनियन मजदूरों की न्यूनतम तन्ख्वाह 21 हजार रुपये प्रति माह की मांग
यूनियन की कुछ और मांगें
सोशल हेल्थ सर्विस में खुद को शामिल करना
मजदूरों को मिड डे मील मिलना
6000 रुपये की न्यूनतम पेंशन
पब्लिक सेक्टर बैंक के मर्ज का विरोध