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छात्राओं ने प्रिंसिपल से कहा टीचर कम हैं, प्रिंसिपल ने कहा,'सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है'

चीका के राजकीय कन्या महाविद्यालय में टीचर्स की भारी कमी है. छात्राओं का कहना है कि यहां 20 टीचर्स की जरुरत है, लेकिन अभी यहां सिर्फ 10 टीचर्स से काम चलाया जा रहा है.

student protest
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Published : Sep 3, 2019, 9:39 PM IST

कैथलः चीका के राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राएं टीचर्स की मांग को लेकर आज सड़कों पर उतर आईं. उनका कहना था कि यहां टीचर्स की भारी कमी है और अब तो 5 और टीचर यहां से चले गए हैं, अब पढ़ाई कैसे होगी.

'सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है'
छात्राओं ने कहा कि जब हम अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है. प्रिंसिपल के इस बयान के बाद छात्राओं का गुस्सा और बढ़ गया. इसके बाद छात्राओं ने प्रशासन के साथ-साथ हरियाणा सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.

कॉलेज में ये हैं समस्याएं

  • 20 टीचर की जगह केवल 10 टीचर
  • बस ड्राइवर छात्राओं को बैठाते नहीं
  • पीने के पानी की भी समस्या
  • खेलने के लिए मैदान नहीं है
    क्लिक कर देखें वीडियो.

छात्राओं का अल्टीमेटम
छात्राओं ने प्रदर्शन के बाद प्रिंसिपल और प्रशासन को 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि अगर दो दिन में उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो चीका के मेन चौक पर जाकर प्रदर्शन करेंगी.

क्या कहा कॉलेज प्रशासन ने ?
इस पूरे मामले पर जब प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वो कहीं बाहर गए हैं. जिसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर दर्शन सिंह ने बताया कि प्रिंसिपल साहब टीचर्स की कमी को लेकर ही आला अधिकारियों से बात करने गए हैं और जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.

कैथलः चीका के राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राएं टीचर्स की मांग को लेकर आज सड़कों पर उतर आईं. उनका कहना था कि यहां टीचर्स की भारी कमी है और अब तो 5 और टीचर यहां से चले गए हैं, अब पढ़ाई कैसे होगी.

'सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है'
छात्राओं ने कहा कि जब हम अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि सवारी अपने सामान की खुद जिम्मेदार है. प्रिंसिपल के इस बयान के बाद छात्राओं का गुस्सा और बढ़ गया. इसके बाद छात्राओं ने प्रशासन के साथ-साथ हरियाणा सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.

कॉलेज में ये हैं समस्याएं

  • 20 टीचर की जगह केवल 10 टीचर
  • बस ड्राइवर छात्राओं को बैठाते नहीं
  • पीने के पानी की भी समस्या
  • खेलने के लिए मैदान नहीं है
    क्लिक कर देखें वीडियो.

छात्राओं का अल्टीमेटम
छात्राओं ने प्रदर्शन के बाद प्रिंसिपल और प्रशासन को 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि अगर दो दिन में उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो चीका के मेन चौक पर जाकर प्रदर्शन करेंगी.

क्या कहा कॉलेज प्रशासन ने ?
इस पूरे मामले पर जब प्रिंसिपल से बात करने की कोशिश की गई तो पता चला कि वो कहीं बाहर गए हैं. जिसके बाद असिस्टेंट प्रोफेसर दर्शन सिंह ने बताया कि प्रिंसिपल साहब टीचर्स की कमी को लेकर ही आला अधिकारियों से बात करने गए हैं और जल्द ही इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.

Intro:राजकीय कन्या महाविद्यालय चीका में अध्यापकों की कमी के चलते छात्राओं ने हरियाणा सरकार व गुहला प्रशासन ओर मौजूदा विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया ।

प्रिंसिपल ने कहा सवारी अपने समान कि खुद जिम्मेदार छात्राओं का आरोप ।


राजकीय कन्या महाविद्यालय चीका में समस्याओं का अंबार


लगभग 850 के करीब है छात्राएं हैं



गुहला चीका

एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे बड़े बड़े स्लोगन लिखकर अपने आप को चमकाने की कोशिश कर रही है लेकिन धरातल पर किस तरह से बेटियों के साथ मजाक शिक्षा को लेकर किया जा रहा है इसका सीधा सीधा उदाहरण राजकीय कन्या महाविद्यालय चीका में देखने को मिला कन्या महाविद्यालय ने डेढ़ साल के करीब क्लास लगनी शुरू हुई है लेकिन अध्यापकों की कमी के चलते बच्चों को कॉलेज में खाली बैठकर समय व्यतीत करना पड़ रहा है राजकीय कन्या महाविद्यालय चीका में अध्यापकों की कमी के चलते छात्राओं ने हरियाणा सरकार व गुहला प्रशासन ओर गुहला विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया ।जानकारी देते हुए कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने बताया कि वह 1 साल से टीचरों की कमी को लेकर प्रिन्सिपल को अवगत करवा चुके हैं लेकिन कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा किसी भी तरह का छात्रों को उचित उत्तर नहीं दिया गया प्रदर्शन कर रही छात्रों ने बताया कि हरयाणा सरकार द्वारा कन्या महाविद्यालय की बिल्डिंग पर तो करोड़ो रूपये लगाकर बना दिया गया है लेकिन अध्यापकों की कमी को पूरा नहीं किया गया जिसकी वजह से उनका भविष्य अंधेरे में नजर आ रहा है ।और उनका परीक्षा परिणाम बेहद खराब आया है ।उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज में समस्याओं का अंबार लगा है ना तो अध्यापक है न ही लाइब्रेरी के लिए स्टाफ यहाँ तक कि कॉलेज में खेल के मैदान कोई जंगल के समान लगता है । छात्राओं ने बताया कि कॉलेज के समय उनका एक दो लेक्चर ही लगता था जो अब अध्यापक की बदली होने से अब भी अध्यापक की भारी कमी एकदम1हो गई हैं ।उन्होंने कॉलेज के प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने अपनी समस्याओं को लेकर उन्हें अवगत कराया तो उन्होंने कहा सवारी अपने समान कि खुद जिम्मेदार । जिससे छात्राओं का गुस्सा चौथे आसमान पर चढ़ गया है ।यहां तक कि उन्होंने बताया कि बसों में भी बदसलूकी की जाती है उन्हें 2 किलोमीटर दूर तक पैदल चलने के लिए बस कर्मचारियों द्वारा मजबूर किया जाता हैं और पैसे लिए जाने का
आरोप भी बस कर्मचारियों पर लगया।आपको बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा बेटियों के किया
लिए स्कूल कॉलेज में पढ़ाई करने के लिए बसों में फ्री किया गया था बावजूद इसके उनसे बसों में पैसे वसूल किया जा रहे हैं । राजकीयकन्या महाविद्यालय चीका में
लगभग 850 के करीब है करीब छात्राए है ।
जब इस मामले के बारे में कन्या महाविद्यालय के प्रधानाचार्य से बात करनी चाही तो वह कॉलेज में नही थे किसी काम से बाहर गए थे उनकी जगह अस्सिस्टेंट प्रोफेसर ने मीडिया को जानकारी दी और कहा कि कॉलेज में उनके पास टोटल 20 अध्यापक होने चाहिए लेकिन उनमें से 10 ही मौजूद यहां तक फोर्थ क्लास कर्मचारियों की भी कमी है जिससे जल्द पूरा किया जाएगा ।उन्होंने बताया कि 5 अध्यापक डेपुटेशन पर आए थे लेकिन समय पूरा होने पर वह भी बदली हो चुके है । जिसकी वजह से भारी कमी अध्यापकों की कमी हो गई है । जिसको लेकर प्रधानाचार्य पंचकूला गये है ।बसों की समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों से बात की गई हैं बसे रुकने की बात कहकर पल्ला झाड़ते नजर आये ,ओर कहा कि ऐसी कोई शिकायत उनके पास नहीं आइ है अगर कोई होगी तो जल्द समाधान किया जयेगा । बहरहाल छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन और गुहला प्रशासन को 2 दिन का समय दिया ही उनकी समस्या को हल करने का अन्यथा चीका के मेन चोंक पर प्रदर्शन किया जाएगा ।Body:राजकीय कन्या महाविद्यालय चीका में समस्याओं का अंबारConclusion:hr_gck_01_studnt_smsya_b5_v1_hrc10017
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