कैथल: सरकार जहां कैशलेस और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है वहीं शातिर लोग इनकी कमियां ढूंढ कर फ्रॉड कर लेते हैं. ऐसा ही एक मामला कैथल से सामने आया है जिसमें पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग क्यूआर (QR) कोड के माध्यम से पेट्रोल पंप पर ठगी करते थे.
डीएसपी सुनील कुमार व सीआईए इंचार्ज सोमबीर सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 10.04.21 को शिकायतकर्ता हरनरेंद्र पाल सिंह वासी खरंका मालिक बाबा गुरुनानक फिलिंग स्टेशन थेह बुटाना व गुरुनानक फिलिंग स्टेशन खरंका ने थाना गुहला में शिकायत दी कि उसके पट्रोल पंप पर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए काफी समय से फोन-पे के QR कोड लगाए हुए हैं.
पिछले कई दिनों से पट्रोल पंप के खाते में फोन-पे के द्वारा की गई 5 ट्रांजेक्शन की कुल राशि 15,021 रुपये बैंक खाते में नहीं आई हैं. शिकायतकर्ता ने पेट्रोल पंप पर फोन-पे के QR कोड लगाने वाले सुशील कुमार पर शक जाहिर किया था. इस शिकायत पर थाना गुहला में अभियोग उपरोक्त दर्ज किया और जांच शुरू की.
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पुलिस ने जालसाजी की इस गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी सुशील कुमार पुत्र ईशम सिंह वासी मोहड़ी और उसके साले आरोपी विशाल शर्मा पुत्र शिवकुमार वासी गांव साकरा को गुप्त सूचना के आधार पर गांव टीक के पास से गिरफ्तार किया.
आरोपी सुशील कुमार ने गहनता से पूछताछ करने पर बताया कि वह फोन-पे कंपनी में FOS के पद पर काम करते हुए पेट्रोल पंपों पर QR कोड लगाता है. ये पंप वालों का बैंक खाता, मोबाइल नंबर आदि डिटेल अपने पास रख लेते हैं.
सुशील कुमार ने पेट्रोल पंप के QR कोड के साथ अपना नंबर जोड़ दिया था. जब भी कोई पेट्रोल लेने के बाद पेमेंट करता था तो उसका पैसा आरोपी के खाते में जाता था. वहीं पंप वालों ने भी इक दौरान जांच नहीं की. पंप वालों ने महीने के आखिर में जब हिसाब किताब किया तो तब पता चला कि फोन-पे का पैसा उनके पास आया ही नहीं.
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आरोपी सुशील कुमार व विशाल शर्मा ने मिलकर बाबा गुरुनानक फिलिंग स्टेशन थेह बुटाना, गुरुनानक देव फिलिंग स्टेशन खरंका, संदीप फिलिंग स्टेशन पेहवा तथा कृष्णा फिलिंग स्टेशन पर अक्तूबर 2020 से अप्रेल 2021 तक करीब 20 से 25 बार वारदात करनी कबूल की है.
आरोपी विशाल शर्मा के कब्जे से वारदात में प्रयोग किए गए दो मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल व ठगी हुई राशि में से बची हुई दो हजार रुपये की रकम, और आरोपी सुशील कुमार के कब्जे से ठगी हुई राशि में से बची हुई तीन हजार रुपये की रकम रिकवर की गई है. आरोपियो को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
वहीं कैथल पुलिस ने जनता से अपील की है कि जब भी आप डिजिटल पेमेंट के लिए QR कोड लगवाते हैं तो सतर्कता बरतें और इस बात ध्यान का रखे की आपका ग्राहक आपका ही QR कोड स्केन कर रहा है.
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