कैथल: मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने एक निजी कार्यक्रम में शिरकत किया. इस दौरान चौधरी बीरेंद्र सिंह बताया कि उन्होंने किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री का नाम पत्र लिखा है. पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह कहा है कि किसान भी बातचीत करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के मामले का हल केवल संवाद से ही निकल सकता है. इसलिए उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से इस संवाद को दोबारा शुरू करने की मांग की है.
'कांग्रेस जी23 पुराने कांग्रेसी नेता हैं'
कांग्रेस जी23 पर बोलते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिन लोगों को आप जी23 बोलते हैं. वो लोग पुराने कांग्रेसी हैं. उन्होंने पार्टी के काफी उतार-चढ़ाव देखे और पार्टी का साथ दिया है. यह लोग बागी नहीं है और इनकी बात भी सुनी जाएगी.
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'संम्पती क्षति वसूली के लिए पहले से ही कानून है'
वहीं पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा विधानसभा में पास हुए संम्पती क्षति वसूली विधेयक 2021 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कोई नई बात नहीं नहीं है. पहले भी आईपीसी की धारा के अंतर्गत सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले का जुर्माना और सजा का प्रावधान है.
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मेरा धर्म किसान है, पार्टी दूसरे-तीसरे नंबर पर
पत्रकारों ने पूछा कि किसान पूछ रहे हैं कि आप किसानों के साथ हैं या किसी और के साथ, इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरा पहले भी कह चुका हूं मेरा प्राथमिकता मेरा धर्म पहले किसान है. पार्टी या अन्य बातें दूसरे तीसरे चौथे नंबर पर आती हैं. कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि पार्टी क्यों नहीं छोड़ते मैं फिर कहता हूं मैं लोगों की बात पार्टी में रहकर अच्छे ढंग से कह सकता हूं.
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