कैथल: तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 30 दिनों से हरियाणा और पंजाब के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार इन तीन कृषि कानूनों को वापस ले. इसके लिए किसान बीजेपी और जेजेपी के नेताओं का लगातार विरोध कर रहे हैं.
शुक्रवार को राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को उस समय किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा. जब वो कलायत के दौरे पर थीं. इस दौरान किसानों ने उनकी गाड़ी के सामने आकर ना सिर्फ सरकार विरोधी नारे लगाए. बल्कि मंत्री के काले झंडे भी दिखाए. काफिले के सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से राज्यमंत्री को वहां से बाहर निकाला.
अंबाला के किसानों ने सीएम के काफिले को रोका
गौरतलब है कि कमलेश ढांडा पहली नेता नहीं हैं. जिन्हें कृषि कानूनों पर किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है. इससे पहले भी अंबाला में सूबे के मुखिया मनोहर लाल खट्टर को भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा था. कृषि कानूनों के विरोध में अंबाला के किसानों ने मुख्यमंत्री के काफिले को रोककर काले झंडे और सरकार विरोधी नारे लगाए. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच जबरदस्त हाथापाई भी हुई.
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दुष्यंत चौटाला के लिए बनाए हेलिपैड को किसानों ने खोद डाला
वहीं गुरुवार को किसानों के गुस्से की एक ऐसी ही तस्वीर जींद के उचाना क्षेत्र से सामने आई. जहां किसानों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आगमन से पहले उनके हेलीकॉप्टर के लिए बनाया गया हेलीपैड को कस्सी से खोद दिया. इस दौरान किसानों ने कहा कि जबतक सरकार तीन काले कानूनों को वापस नहीं लेती. उनका विरोध जारी रहेगा.