कैथल: किसान पिछले लगभग 80 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. आंदोलन को तेज करने के लिए किसान संगठनों ने कई तरह के प्रदर्शन किए जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग स्टेट हाईवे कई बार किसानों के द्वारा जाम किए गए. आज किसानों के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने 12:00 बजे से लेकर 4:00 बजे तक 4 घंटों के लिए रेल रोको अभियान चलाया है.
कैथल में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल रोको आंदोलन किया. किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा जो ये तीन कानून बनाए गए हैं. इनको जल्द वापस लिया जाए.
अपनी राजनीतिक पारी खेलने के लिए पीएम लाए ये कानून: किसान
किसानों ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ये चाहती है कि लोग गरीब हों. जिससे वो अपनी राजनीतिक पारी अच्छी तरह से खेल सकें, लेकिन अब किसान जग चुका है और मोदी सरकार की नीतियों को समझ चुका है. किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जमीन कारपोरेट जगत के हाथों में देना चाहती है. जिसे किसान कभी मंजूर नहीं होने देंगे.
ये भी पढ़ें:जगाधरी रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने के लिए पहुंचने लगे किसान, यात्री मायूस
मोदी सरकार देश की ईस्ट इंडिया कंपनी है: किसान
किसानों ने बीजेपी को भारत का ईस्ट इंडिया कंपनी करार दिया है. किसानों ने कहा कि जैसे ईस्ट इंडिया कंपनी देश को इंग्लैंड का गुलाम बना दी. वैसी ही सोच केंद्र की मोदी सरकार का है. प्रधानमंत्री मोदी ये चाहते हैं कि पूरा देश गुजरातियों के अधीन हो. गुजराती जो चाहें वो करें, लेकिन देश का किसान ऐसा नहीं होने देगा. इसलिए पीएम मोदी को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए.
ये भी पढ़ें:रेल रोको अभियान: घरौंडा रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पहुंचे किसान
जिला प्रशासन है पूरी तरह से तैयार
एक तरफ जहां किसान रेलवे ट्रैक पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं कैथल प्रशासन ने भी सुरक्षा के पूरे चाक-चौबंद किया है. जिला पुलिस और रेलवे पुलिस जगह-जगह स्टेशन के आसपास पुलिस बल मौजूद है. ताकि कोई भी शरारती तत्व गलत हरकत ना करें.
ये भी पढ़ें:अमृतसर जय नगर एक्सप्रेस को अंबाला रेलवे स्टेशन पर रोका गया, यात्री हुए बेहाल