कैथल: वैसे तो भारत में केसर की ज्यादातर खेती जम्मू-कश्मीर में होती है. लेकिन हरियाणा के कैथल में मोहन लाल नाम के किसान ने केसर की खेती कर मिसाल पेश की है. देश में जहां कोरोना वायरस की महामारी की खबरें देखने को मिल रही हैं, लेकिन कैथल के क्योड़क गांव के किसान मोहन लाल पर इस लॉकडाउन का असर नहीं दिख रहा है.
उन्होंने इस संकट वाली लॉकडाउन की घड़ी में भी खेती से कई गुना आय प्राप्त की है. देश में किसान जहां किसान खेती को घाटे का सौदा बताते है. वहीं मोहन लाल जैसे किसान मिसाल बनकर उभरते है. किसान मोहन लाल है ने केवल आधे एकड़ जमीन में अमेरिकन केसर की पैदावार करके लाखों रुपये की कमाई करके सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है.
किसान मोहन लाल ने बताया कि केसर की खेती का आडिया यूट्यूब से आया था. उन्होंने यूट्यूब पर इसके वीडियो देखें और केसर लगाने का मन बनाया. इसके बाद उन्होंने यूट्यूब की वीडियो देखने के बाद कुछ किसानों से भी मुलाकात की, जो पहले से ही हरियाणा में केसर की खेती कर रहे थे.
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उन्होंने बताया कि पहले केसर की पैदावार केवल कश्मीर में होती थी. अब ये केसर की खेती हरियाणा के खेतों में भी लहलहाते हुई दिखाई देगी. बता दें कि मोहन लाल ने केवल आधा एकड़ में मात्र 20 हजार रुपये के बीज से करीब 20 किलो केसर की पैदावार करने का दावा किया है. इस केसर की कीमत बाजार में लगभग 80 हजार रुपए से 1.50 लाख रुपये प्रति किलोग्राम आंकी जा रही है.
आपको बता दें कि लॉकडाउन के समय मजदूरों से लेकर किसान की परेशानी बढ़ गई है. जो किसान ये सोचते है कि खेती घाटे का सौदा है, उनके लिए मोहन लाल एक एक अच्छे उदाहरण और प्रेरणा स्त्रोत भी है. जिसने अपनी कड़ी मेहनत से पहाड़ी क्षेत्र में होने वाली फसल का धरातल पर करके दूसरे किसानों के लिए एक नई खेती प्रणाली की रचना की है.