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युवकों को किडनैप कर फिरौती मांगने वाले गैंग का पर्दाफाश, सरगना सहित 5 आरोपी मुंबई से अरेस्ट - Kidnapped person freed in Kolkata

कैथल पुलिस ने फिरौती मांगने वाले गैंग का पर्दाफाश किया (Extortion gang busted in Kaithal) है. पुलिस ने इस मामले में अगवा किए व्यक्ति को सकुशल बरामद करते हुए कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. बताया जा रहा है कि आरोपी युवकों को विदेश भेजने के नाम पर अगवा कर लेते थे बाद उनके परिवार वालों से फिरौती मांगते थे.

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Published : Nov 15, 2022, 10:20 AM IST

Updated : Nov 15, 2022, 10:44 AM IST

कैथल : हरियाणा के कैथल पुलिस ने कोलकाता में अगवा किए गए व्यक्ति को मुक्त (Kidnapped person freed in Kolkata) कराने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने इस मामले में गुरदेव उर्फ स्वर्ण सिंह को गिरफ्तार किया है. आरोपी यूपी के मेरठ जिले का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि बाकल के रहने वाले एक व्यक्ति की ओर से शिकायत मिली थी कि उसके भाई विक्रम को कोलकाता में अगवा कर लिया गया है. इसके बाद उससे कोई देसाई नाम का व्यक्ति पैसे की मांग कर रहा है..

एसपी मकसूद अहमद ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी गुरदेव से पूछताछ में पता चला है कि कोई देसाई नाम का व्यक्ति इस गैंग को चला रहा है. देसाई अपने आप को कोलकाता का निवासी बताता है. पुलिस ने जब इस मामले की छानबीन की तो पता चला कि देसाई मुंबई में रह कर अपना गैंग चला रहा है. आरोपी गुरदेव और शिकायतकर्ता को साथ लेकर पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची. संदिग्ध देसाई नाम के व्यक्ति की तलाश के हमने वहां कई ठिकानों पर छापेमारी की. लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लग पा रही थी. पुलिस ने बताया कि पैसे न देने पर देसाई द्वारा ही भाई विक्रम को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी.

मकसूद अहमद ने बताया कि अपहरण किए गए विक्रम की जान की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पुलिस ने देसाई नाम के व्यक्ति को पैसे देने की योजना बनाई. जो योजना अनुसार देसाई के बताए गए ठिकाने अनुसार दिल्ली में 10 लाख रुपए की डिलिवरी करवाई गई. 10 लाख रुपये देने के बाद भी देसाई द्वारा अगवा किए गए विक्रम को छोड़ने से मना कर दिया गया. इसके बाद देसाई और पैसे की मांग करने लगा.

एसपी ने बताया कि इसके बाद पुलिस द्वारा अगला प्लान तैयार किया गया और पता किया गया कि मुंबई में आगे पैसे लेने कौन आता है. उनकी मांग के अनुसार 2 लाख रुपये और दिल्ली में दोबारा डिलिवर करवाए गए. इसके बाद मुंबई के जेवली बाजार में दो लाख रुपये लेने आए तीन लड़को को 2 लाख रुपये सहित काबू किया गया. इन दोनों से पूछताछ में पता चला कि ये तीनों कमीशन पर यहां पैसे लेने आए हैं. इनको सभी पैसे आगे किसी और को देने है.

एसपी मकसूद ने बताया कि पुलिस ने अपने प्लान को जारी रखा. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को समझा कर इनके मोबाइल लगातार चालू रख कर इनकी बातचीत आगे जारी रखी गई. उपरोक्त लड़को को जहां पैसे डिलिवर करने थे. उनके फोन बार-बार इनके पास आ रहे थे. इसके बाद सरगना ने इन दोनो को किसी स्थान पर मिलने के लिए बुलाया. पुलिस ने गिरफ्तार लड़को को साथ लेकर प्लान के अनुसार तय ठिकाने पर पहुंची. जो पैसे लेने आया था वहां पर दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने मौके पर पाया कि अब्दुल करीम रहमान ही देसाई है. ये अपना काल्पनिक नाम देसाई रख कर पैसे की डिमांड कर रहा है. इससे पूछताछ पर पता चला कि इन्होंने विक्रम को किडनैप करके अपने कोलकाता के ठिकाने पर रखा हुआ है. वहां पर इनकी गैंग के और भी सदस्य हैं.

पुलिस ने बताया कि अगवा किए गए विक्रम की सुरक्षा को देखते हुए अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई से कोलकाता में इनके बाकी सदस्यों को फोन करवाया गया कि पूरी पेमेंट आ चुकी है विक्रम को छोड़ दो. मुंबई से विक्रम की टिकट करवाई गई और अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई के इशारे पर गैंग के सदस्यों ने विक्रम को कोलकाता एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए बैठा दिया. पुलिस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से पीड़ित युवक को रिसीव करके सकुशल उनके परिवार के हवाले कर दिया है. फिलहाल अभी आरोपियों को कल न्यायालय में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा. उसके बाद इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की टीम अभी आरोपियों के साथ कोलकाता के लिए भी रवाना होगी ताकि वहां पर चल रहे इस तरह के गिरोह के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज सकें.

कैथल : हरियाणा के कैथल पुलिस ने कोलकाता में अगवा किए गए व्यक्ति को मुक्त (Kidnapped person freed in Kolkata) कराने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने इस मामले में गुरदेव उर्फ स्वर्ण सिंह को गिरफ्तार किया है. आरोपी यूपी के मेरठ जिले का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि बाकल के रहने वाले एक व्यक्ति की ओर से शिकायत मिली थी कि उसके भाई विक्रम को कोलकाता में अगवा कर लिया गया है. इसके बाद उससे कोई देसाई नाम का व्यक्ति पैसे की मांग कर रहा है..

एसपी मकसूद अहमद ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी गुरदेव से पूछताछ में पता चला है कि कोई देसाई नाम का व्यक्ति इस गैंग को चला रहा है. देसाई अपने आप को कोलकाता का निवासी बताता है. पुलिस ने जब इस मामले की छानबीन की तो पता चला कि देसाई मुंबई में रह कर अपना गैंग चला रहा है. आरोपी गुरदेव और शिकायतकर्ता को साथ लेकर पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची. संदिग्ध देसाई नाम के व्यक्ति की तलाश के हमने वहां कई ठिकानों पर छापेमारी की. लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लग पा रही थी. पुलिस ने बताया कि पैसे न देने पर देसाई द्वारा ही भाई विक्रम को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी.

मकसूद अहमद ने बताया कि अपहरण किए गए विक्रम की जान की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पुलिस ने देसाई नाम के व्यक्ति को पैसे देने की योजना बनाई. जो योजना अनुसार देसाई के बताए गए ठिकाने अनुसार दिल्ली में 10 लाख रुपए की डिलिवरी करवाई गई. 10 लाख रुपये देने के बाद भी देसाई द्वारा अगवा किए गए विक्रम को छोड़ने से मना कर दिया गया. इसके बाद देसाई और पैसे की मांग करने लगा.

एसपी ने बताया कि इसके बाद पुलिस द्वारा अगला प्लान तैयार किया गया और पता किया गया कि मुंबई में आगे पैसे लेने कौन आता है. उनकी मांग के अनुसार 2 लाख रुपये और दिल्ली में दोबारा डिलिवर करवाए गए. इसके बाद मुंबई के जेवली बाजार में दो लाख रुपये लेने आए तीन लड़को को 2 लाख रुपये सहित काबू किया गया. इन दोनों से पूछताछ में पता चला कि ये तीनों कमीशन पर यहां पैसे लेने आए हैं. इनको सभी पैसे आगे किसी और को देने है.

एसपी मकसूद ने बताया कि पुलिस ने अपने प्लान को जारी रखा. गिरफ्तार दोनों आरोपियों को समझा कर इनके मोबाइल लगातार चालू रख कर इनकी बातचीत आगे जारी रखी गई. उपरोक्त लड़को को जहां पैसे डिलिवर करने थे. उनके फोन बार-बार इनके पास आ रहे थे. इसके बाद सरगना ने इन दोनो को किसी स्थान पर मिलने के लिए बुलाया. पुलिस ने गिरफ्तार लड़को को साथ लेकर प्लान के अनुसार तय ठिकाने पर पहुंची. जो पैसे लेने आया था वहां पर दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने मौके पर पाया कि अब्दुल करीम रहमान ही देसाई है. ये अपना काल्पनिक नाम देसाई रख कर पैसे की डिमांड कर रहा है. इससे पूछताछ पर पता चला कि इन्होंने विक्रम को किडनैप करके अपने कोलकाता के ठिकाने पर रखा हुआ है. वहां पर इनकी गैंग के और भी सदस्य हैं.

पुलिस ने बताया कि अगवा किए गए विक्रम की सुरक्षा को देखते हुए अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई से कोलकाता में इनके बाकी सदस्यों को फोन करवाया गया कि पूरी पेमेंट आ चुकी है विक्रम को छोड़ दो. मुंबई से विक्रम की टिकट करवाई गई और अब्दुल करीम रहमान उर्फ देसाई के इशारे पर गैंग के सदस्यों ने विक्रम को कोलकाता एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए बैठा दिया. पुलिस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट से पीड़ित युवक को रिसीव करके सकुशल उनके परिवार के हवाले कर दिया है. फिलहाल अभी आरोपियों को कल न्यायालय में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा. उसके बाद इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस की टीम अभी आरोपियों के साथ कोलकाता के लिए भी रवाना होगी ताकि वहां पर चल रहे इस तरह के गिरोह के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज सकें.

Last Updated : Nov 15, 2022, 10:44 AM IST
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