कैथल: हरियाणा में डार्क जोन को लेकर सरकार सजग हो गई है. इस बार हरियाणा में 21 ऐसे क्षेत्र हैं जो डार्क जोन में हैं. इन क्षेत्रों में सूखा और अकाल की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने प्रशासन को चौकन्ना कर दिया है. कुछ दिन पहले सीएम मनोहर लाल ने भी डार्क जोन पर चिंता जाहिर की थी. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने लोगों के बीच जाना शुरू कर दिया है.
जिला के कृषि उपनिदेशक पवन शर्मा ने मीडिया के माध्यम से सरकार की योजना के बारे में किसानों को जानकारी दी. पवन ने कहा कि सरकार किसानों को मक्का, अरहर और दलहनी फसलों का बीज मुफ्त देगी. इन फसलों की बुवाई के लिए सरकार किसानों को 2 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी देगी.
फसल खरीद में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए किसान कृषि की वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करा दें. सरकार किसानों की अरहर और मक्के का एक-एक दाना खरीदेगी.
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डार्क जोन की स्थिति से कैसे निपटें किसान?
- किसान ज्यादा पानी में उगने वाली फसले न उगाएं.
- धान की खेती से बचें किसान
- अरहर और मक्का की खेती करें किसान
- खेतों की सिंचाई रात या शाम के समय करें ऐसा करने से कम पानी खर्च होता है.
घरेलू स्तर पर कैसे बचाएं पानी?
- जरूरत के हिसाब से पानी का प्रयोग करें.
- सुबह जरूरत से ज्यादा पानी से अपने घर के बाहर बनी सड़क ना धोएं.
- नहाने के लिए सीमित पानी का प्रयोग करें. व्यर्थ में सिर्फ शरीर को ठंडा करने के लिए पानी ना बहाएं.
- पीने का पानी मटका आदि में रखें. हर बार पीने के लिए एक गिसाल पानी के लिए सबमर्सीबल या मोटर पंप चलाकर पानी व्यर्थ ना करें.
- घर में पानी की टंकी या टोंटियों से पानी लीकेज ना होने दें.
- पानी के लिए पतले पाइप का प्रयोग करें. इससे पानी प्रेशर से निकलता है. इससे पानी का व्यय कम होता है.
- घर से निकलने वाले पानी को कच्चे तालाबों या गड्ढों में जाने दें. या फिर पेड़ पौधों की सिंचाई में प्रयोग करें.