कैथल: जिले में आज जन संघर्ष मंच हरियाणा के नेतृत्व में सांप्रदायिक भेदभाव करने वाले और देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमला करने वाले नागरिकता संशोधन कानून 2019 का कड़ा विरोध किया गया. विरोध रैली स्थानीय जवाहर पार्क से शुरू होकर बाजार से होते हुए मिनी सचिवालय तक निकाली गई और वहां पर मोदी सरकार और दिल्ली में जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले दागकर दमन करने वाली दिल्ली पुलिस का पुतला दहन किया गया.
'मोदी सरकार जनता में घोल रही सांप्रदायिकता का जहर'
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मंच के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड फूल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने धर्म के आधार पर जनता की एकता को तोड़ने के लिए नागरिकता संशोधन कानून पास किया है. एनआरसी के नाम पर मोदी सरकार मेहनतकश जनता में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का षड्यंत्र कर रही है और मोदी सरकार धर्म आधार पर नफरत पैदा करने वाले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को पुलिस फौज के बल पर बंद करना चाहती है. उन्होंने दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ,अलीगढ़ यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी तथा देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया तथा दिल्ली में यूनिवर्सिटी परिसर में घुसकर छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज ,आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़ी निंदा की.
सभी धर्मों के लोग कर रहे संघर्ष
उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने के संघर्ष में जहां हिंदू, मुसलमान, सिख सब मिलकर संघर्ष कर रहे थे तब भी आरएसएस और उसके सहयोगी धर्म के नाम पर देश की जनता में नफरत घोलने में लगे हुए थे. आज भी दोबारा यह लोग 1947 जैसे हालात पैदा करना चाहते हैं. लेकिन अब उनका यह षड्यंत्र नहीं चलेगा.
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