कैथल: ईंट भट्ठा मजदूरों ने सीटू के बैनर तले जोहार पार्क में इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और वहां सरकार व भट्ठा मालिकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जाहिर किया. वहां से मजदूर प्रदर्शन करते हुए सड़कों से निकलते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा. इस भट्ठा मजदूर प्रदर्शन में जिले भर से भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों ने भाग लिया और अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने के लिए एक ज्ञापन भी सौंपा गया.
जिले के ईंट भट्ठा मजदूरों ने अपनी मजदूरी को लेकर भट्ठा मालिकों के खिलाफ खुलकर रोष जाहिर किया कहा कि हमारी पिछले काफी समय से कुछ मांगे हैं जो सरकार व भट्ठा मालिक मान नहीं रहे. उनकी मुख्य मांगे हैं कि यूनियन द्वारा 22 दिसंबर 2019 को सीजन का रेट तय करने के लिए जो मांग पत्र दिया हुआ है. जिस पर श्रम विभाग ने 5 तारीख लगा ली. पर एक भी तारीख पर भी मालिक नहीं आए और ना ही समझौता अधिकारी पहुंचे. उन्होंने कहा कि भट्ठों पर कोई भी श्रम कानून लागू नहीं है मजदूरों को हाजिरी रजिस्टर उत्पादन कार्ड बोनस जैसे तमाम लाभों से वंचित रखा जाता है.
सभी भट्ठों पर सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है और ना ही साफ पीने का पानी, शौचालय, बिजली और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. मजदूर संगठन के नेता नरेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमने यहां पर प्रदर्शन किया है ताकि हमारी मांगे प्रशासन माने. क्योंकि जो भट्ठे पर काम करते हैं. उनके साथ भट्ठा मालिक बुरा व्यवहार करते हैं और ना ही उनको सही तरीके से वहां पर रखते हैं.
उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से कई बार पहले भी मिल चुके हैं और प्रशासन हमें 5 तारीख दे चुका है लेकिन पांच बार मीटिंग के बाद भी भट्ठा मालिक और समझौता कराने वाले लोग नहीं पहुंचे. इसलिए आज हम दोबारा फिर सरकार और भट्ठा मालिकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर समय रहते हमारी बातें नहीं मानी गई तो हम जिले भर में हड़ताल करेंगे और सभी भट्ठों पर काम रोक देंगे.
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