कैथल: पिछले काफी समय से कैथल के सभी आढ़ती हड़ताल पर थे और कल पूरे हरियाणा में गेहूं खरीद का पहला दिन था लेकिन कैथल में पहले दिन खरीद नहीं हो पाई. इसकी वजह यह रही कि सभी आढ़ती हड़ताल पर गए हुए थे.
हालांकि प्रशासन ने यह कोशिश जरूर की थी कि सरकारी एजेंसी को किसान सीधे ही अपने गेहूं को बेच दे. लेकिन किसानों ने भी सरकारी एजेंसी को अपने गेहूं देने से मना कर दिया था. जिसके लिए प्रशासन को मजबूरन आढ़तियों के साथ मीटिंग करनी पड़ी. हालांकि मीटिंग कल भी हुई थी लेकिन कल कोई परिणाम नहीं निकला.
आज सुबह भी कुछ आढ़ती हड़ताल के समर्थन में थे और मंडी को बंद करने की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि आज भी मंडी में गेहूं की खरीद नहीं होने देंगे. लेकिन बाद में आढ़तियों की आपस में मीटिंग हुई जिसमें मंडी के प्रधान के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि हड़ताल खोल दी जाएगी.
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एसडीएम कमलप्रीत कौर मंडी का दौरा करने के लिए पहुंची और वहां पर मंडी के प्रधान से बात की. जिसमें मंडी के प्रधान ने कहा कि सभी के समर्थन से हमने मंडी की हड़ताल खोल दी है और वहीं पर मौजूद एसडीएम कमलप्रीत कौर ने गेहूं की खरीद शुरू करने के निर्देश दिए जिसे सभी कर्मचारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और गेहूं की खरीद को चालू करवाया.
एसडीएम कमलप्रीत कौर ने कहा कि जो भी मीटिंग में बात हुई है प्रशासन, सरकार कुछ बातें मानने को तैयार है जिसमें सभी आढ़तियों ने हड़ताल खोल दी है और मंडी में गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है. लॉक डाउन के दौरान 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होनी थी. कल कई किसान अपनी गेहूं बेचने के लिए मंडी में लेकर आए लेकिन हड़ताल होने के कारण उसकी खरीद नहीं हो पाई.
कहीं ना कहीं किसानों के लिए भी एक राहत भरी बात यह रही जो सरकार और आढ़तियों के बीच में सहमति बन गई और हड़ताल खुल गई. एसडीएम ने कहा कि गेहूं खरीद के दौरान किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. एसडीम कमलप्रीत कौर ने मौके पर खड़े होकर ही गेहूं की खरीद को चालू कराया और आश्वासन दिलाया कि किसान का एक-एक दाना कैथल में खरीदा जाएगा.
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