कैथल: जिले के 38 निजी स्कूलों की मान्यता फर्जी (38 private schools fake in kaithal) निकली है. आरटीआई के जरिए इसका (revealed in RTI) खुलासा हुआ है. अब शिक्षा विभाग निदेशालय ने इन सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और प्रबंधन समितियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. निदेशालय ने इसका 30 दिन में जवाब मांगा है. वहीं दूसरी तरफ विभाग इन स्कूल संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की तैयारी में जुटा है.
कैथल के इन 38 निजी स्कूलों में पढ़ रहे हजारों बच्चों के भविष्य पर भी तलवार लटक गई है. कैथल के जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिरोही ने बताया कि निदेशालय द्वारा कैथल के 38 निजी स्कूलों द्वारा फर्जी तरीके से ली गई मान्यता (school recognition) को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इस नोटिस का जवाब आने के बाद इनके खिलाफ मामला दर्ज करवाने के आदेश प्राप्त हुए हैं.
कैथल के आरटीआई कार्यकर्ता जगरूप ढुल ने दो वर्ष पूर्व जनवरी में जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से कैथल जिले में चल रहे निजी स्कूलों की मान्यता के बारे में सूचना मांगी थी. इस सूचना में 38 ऐसे स्कूल मिले, जिन्होंने कैथल के तत्कालीन डीसी व डीईओ के फर्जी हस्ताक्षर कर खुद ही स्कूल की मान्यता के दस्तावेज बना लिए थे. इस बात का खुलासा विभाग द्वारा करवाई गई 3 सदस्य कमेटी की जांच रिपोर्ट में निकल कर सामने आया था.
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इतना ही नहीं कैथल के तत्कालीन डीसी एनके सोलंकी के फर्जी हस्ताक्षर उनकी जॉइनिंग से 3 महीने पहले और उनके ट्रांसफर के बाद भी किए गए. इसके साथ ही दो तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारियों के भी फर्जी हस्ताक्षर करने की बात सामने आई है. जिसे खुद जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्वीकार किया है. विभाग के नोटिस के बाद इन निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है.
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