कैथल: कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली कूच के लिए निकल पड़े हैं. जिसको देखते हुए कैथल पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गई है. इस संबंध में कैथल पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि उन्होंने पंजाब बॉर्डर पर विशेष रूप से नाके लगाए हैं और पुलिस की टीमें गठित की हैं. जिले भर में 23 नाके लगाए गए हैं. जहां गाड़ियां चेक की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद ये है कि ज्यादा किसान दिल्ली ना पहुंच पाएं. क्योंकि दिल्ली में अगर इतने किसान इकट्ठा होंगे. तो कोई ना कोई अप्रिय घटना वहां घट सकती है.
कैथल पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम कैथल वासियों से भी अपील करते हैं कि इन 3 दिनों में बेवजह आप अपने घरों से बाहर ना निकले. क्योंकि अगर आप बाहर निकलोगे. तो आपको अव्यवस्था का सामना करना पड़ सकता है और जो लोग इंटर स्टेट और अदर स्टेट में आना-जाना करते हैं. उनको भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए हम सभी से अपील करते हैं कि जरूरी काम होने पर ही इन 3 दिनों में घरों से बाहर निकलें.
'बॉर्डर पर लगाई गई है 600 पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी'
उन्होंने कहा कि हमने हरियाणा पंजाब बॉर्डर से सटे एरिया में जो कैथल के अंतर्गत है विशेष रुप से नाके लगाए हैं. ताकि पंजाब से कोई भी किसान यहां ना आ सके. क्योंकि हमें अंदेशा है कि पंजाब से भारी संख्या में किसान दिल्ली कूच के लिए कैथल से होकर निकलेंगे. इसलिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. पूरे जिले में 600 पुलिस कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर तैनात होकर कानून व्यवस्था को संभाले हुए हैं.
'कुछ किसान नेताओं को भी लिया गया है हिरासत में'
उन्होंने बताया कि कैथल जिले में धारा 144 तीन दिनों के लिए लागू की गई है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे. कैथल पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमने कुछ किसान नेताओं को भी हिरासत में लिया है क्योंकि हम नहीं चाहते कि जिले में किसी तरह की भी कोई समस्या पैदा हो. क्योंकि ये लोग कुछ न कुछ ऐसा काम कर सकते हैं. जिससे कानून अवस्था भंग होगी. अगर कोई फिर भी कानून व्यवस्था भंग करता है. तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.
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