जींद: के एम कॉलेज में एमए के छात्र छात्राओं ने से माइग्रेशन के नाम पर चार हजार मांगे जा रहे हैं, जिसका छात्र विरोध करें, छात्राओं का कहना है कि दाखिले के समय उन्हें किसी प्रकार के माइग्रेशन का नोटिस नहीं दिया गया, लेकिन अब जबरन वसूली की जा रही है जिसका हम विरोध कर रहे हैं.
छात्र अंकुश जागलान ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने हमें माइग्रेशन का कोई नोटिस नहीं दिया, कॉलेज प्रशासन की लापरवाही रही. हमें सीआरसी यूनिवर्सिटी के नोटिस से अवगत नहीं करवाया, जिस कारण हमारे ऊपर चार हजार जुर्माना लगा दिया गया , जो सरासर अन्याय है. ये किसी एक छात्र पर नहीं बल्कि एमए के पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश के छात्रों पर लगा दिया गया , ये 120 से ज्यादा छात्रों की समस्याएं है , लगातार हमारा चौथा दिन से धरना अभी तक जारी है ,कोई भी अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया है. अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई हम सड़कों पर उतरेंगे इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
सुष्मिता ने कहा कि एमए पॉलिटिकल साइंस और एमए इंग्लिश के छात्र एक साथ इकट्ठे हुए हैं और 4 दिन से कक्षाओं का बहिष्कार जारी है हमारे ऊपर जबरदस्ती चार हज़ार जुर्माना थोप दिया गया है. दाखिले के समय हमें कहा गया था कि माइग्रेशन देने की जरूरत नहीं है, लेकिन 1 साल के बाद जुर्माने के नाम पर चार हज़ार जबरदस्ती वसूले जा रहे हैं जो नाजायज है, जिसको लेकर छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार और हमारा आंदोलन जारी रहेगा.