जींद: विश्व भर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस को लेकर हर जगह सतर्कता बरती जा रही है. प्रशासन ने सभी कार्यक्रम, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय को 31 मार्च तक के लिए बंद करने के आदेश जारी किए हैं. विशेष परिस्थितियों में जहां भी खुले हैं. वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बावजूद इसके निजी स्कूलों में प्रशासन के निर्देशों का पालन कराने के बजाए धज्जियां उड़ाई जा रही है. जींद के कई निजी स्कूलों में गुरुवार को बच्चे बिना मास्क के दिखाई दिए. बच्चों से भरी कई बसें सड़कों पर दौड़ती नजर आई. वहीं शहर के मुख्य मार्केट डीआरडीए के सामने भी सभी कोचिंग सेंटरों में बच्चे भारी संख्या में क्लास में जाते दिखाई दिए.
गुरुवार को जब ईटीवी भारत की टीम ने स्कूलों की पड़ताल की तो पता चला कि बच्चे एग्जाम के लिए आए थे और विद्यालय खुला था. वहां रोज की तरह ही शिक्षक भी आए थे. शिक्षको न तो कोई मॉस्क लगाए थे और न ही बच्चों के मुंह पर मास्क दिखाई दिए.
जींद शहर में जो स्कूल खुले थे, जिन्हें खण्ड शिक्षा अधिकारी की टीम ने बंद करवा दिया. वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी ने फोन पर बातचीत में बताया विभाग को सूचना मिली थी कि स्कूल खुले हैं. बाद में सामने आया कि परीक्षा के कारण बच्चों को बुलाया गया था.
जहां एक ओर प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां जोरों शोरों से कर रहा है. लेकिन दूसरी ओर निजी स्कूल और अन्य कई कोचिंग संस्थान जारी किए गए आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसे में अभिभावकों को भी ध्यान देने की जरूरत है. समय को देखते हुए अपने बच्चों को स्कूल या कोचिंग के लिए ना भेजने की समझदारी दिखानी चाहिए.
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