जींद: पार्षदों के लगातार प्रयास के बाद आज जींद की छोटी सरकार गिर ही गई. जिला परिषद चेयरपर्सन पदमा सिंगला को उसके पद से हटाने के लिए पार्षदों की कोशिश आज कामयाब हो गई.अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतगणना में गिने गए 19 मतों से 18 पार्षदों ने पदमा सिंगला के खिलाफ अपना विश्वास जताया और एक पार्षद का मत अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ निकला. पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद पीठासीन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने मतगणना करवाई.
चेयरपर्सन पदमा सिंगला इस फैसले से खुश नहीं है. मतपेटी पर उनके हस्ताक्षर नहीं थे, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी. इसके खिलाफ वह कोर्ट में जाएंगे. इसके अलावा माननीय हाईकोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे, क्योंकि उन्हें 26 तारीख को ही कॉपी मिली थी. अगले सप्ताह माननीय सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी.
माननीय हाईकोर्ट के निर्देश पर आज मतगणना करवाई गई है, जिसमें 18 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े थे और एक मत अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ निकला है. इसके चलते अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया. मतगणना के दौरान चेयरपर्सन पदमा सिंगला ने मतपेटी पर अपने हस्ताक्षर नहीं होने पर आपत्ति जताई थी, जिस पर उनके शिकायत व शपथ पत्र मांगा गया था. उसके बाद अधिकारियों ने जांच की तो हस्ताक्षर सही मिले. प्रधान पद का चुनाव कब या कैसे होगा, आचार संहिता के चलते इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता.