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जींद में हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए अच्छी खबर, जिले में खुला सखी केंद्र

जींद में हिंसा या किसी भी तरह से प्रताड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया है. महिलाओं को किसी के सहारे भटकना नहीं पड़े इसके लिए इस सेंटर की शुरुआत की गई है. इन महिलाओं के लिए चिकित्सा सुविधा, एफआईआर दर्ज करवाने में सहायता, मानसिक और सामाजिक परामर्श, कानूनी सहायता आदि उपलब्ध करवाई जाएगी.

one stop center open for violence victim women in jind
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Published : Nov 14, 2019, 6:16 PM IST

जींद: महिलाओं के प्रति हिंसा दिनों दिन बड़ती जा रही है. दहेज, बलात्कार, घरेलू हिंसा, यौन शौषण, महिला तस्करी आदि कई बुराईयां है, जिनकी वजह से महिलाओं को आज भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब जींद में इन पीड़ित महिलाओं के लिए प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है. हिंसा से ग्रस्त महिलाओं के लिए खुशखबरी है.

पीड़ित महिलाओं के लिए खोला गया सखी केंद्र

पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया है. इन महिलाओं को किसी के सहारे भटकना नहीं पड़े, इसके लिए इस सेंटर की शुरुआत की गई है. इस वन स्टॉप सेंटर में हिंसा से पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को अस्थायी रूप से रुकने की सुविधा दी जाएगी. यह सेंटर इन महिलाओं के लिए एक दोस्त की तरह काम करेगा, इसलिए इसका नाम सखी केंद्र भी रखा गया है.

पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला, देखें वीडियो

मिलेगी ये विशेष सुविधाएं

प्रदेश का महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल विभाग के तौर पर काम कर रहा है. आपको बता दें कि विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं को आकस्मिक सेवा, चिकित्सा सुविधा, एफआईआर दर्ज करवाने में सहायता, मानसिक और सामाजिक परामर्श, कानूनी सहायता, वीडियो कॉन्फ्रेंस सुविधा उपलब्ध करवाना आदि सुविधाएं उपलब्ध होगी.

ये भी जाने- हरियाणा: मनोहर कैबिनेट का हुआ विस्तार, दस मंत्रियों ने ली शपथ

24 घंटे खुला रहेगा केंद्र

अच्छी बात यह है कि यह वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे खुला रहता है. कोई भी पीड़ित महिला सेंटर में आकर यहां की सुविधाओं का लाभ ले सकती है. केंद्र संचालिका राजवंती ने बताया कि इस सेंटर में विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं के लिए 5 दिन तक रहने का प्रावधान किया गया है. इस दौरान उनके खाने, पीने, रहने, काउंसिलिंग, पुलिस सहायता, कानूनी सहायता जैसे सुविधाएं भी मुफ्त देने का प्रावधान हैं.

जींद: महिलाओं के प्रति हिंसा दिनों दिन बड़ती जा रही है. दहेज, बलात्कार, घरेलू हिंसा, यौन शौषण, महिला तस्करी आदि कई बुराईयां है, जिनकी वजह से महिलाओं को आज भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब जींद में इन पीड़ित महिलाओं के लिए प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है. हिंसा से ग्रस्त महिलाओं के लिए खुशखबरी है.

पीड़ित महिलाओं के लिए खोला गया सखी केंद्र

पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया है. इन महिलाओं को किसी के सहारे भटकना नहीं पड़े, इसके लिए इस सेंटर की शुरुआत की गई है. इस वन स्टॉप सेंटर में हिंसा से पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को अस्थायी रूप से रुकने की सुविधा दी जाएगी. यह सेंटर इन महिलाओं के लिए एक दोस्त की तरह काम करेगा, इसलिए इसका नाम सखी केंद्र भी रखा गया है.

पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला, देखें वीडियो

मिलेगी ये विशेष सुविधाएं

प्रदेश का महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल विभाग के तौर पर काम कर रहा है. आपको बता दें कि विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं को आकस्मिक सेवा, चिकित्सा सुविधा, एफआईआर दर्ज करवाने में सहायता, मानसिक और सामाजिक परामर्श, कानूनी सहायता, वीडियो कॉन्फ्रेंस सुविधा उपलब्ध करवाना आदि सुविधाएं उपलब्ध होगी.

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24 घंटे खुला रहेगा केंद्र

अच्छी बात यह है कि यह वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे खुला रहता है. कोई भी पीड़ित महिला सेंटर में आकर यहां की सुविधाओं का लाभ ले सकती है. केंद्र संचालिका राजवंती ने बताया कि इस सेंटर में विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं के लिए 5 दिन तक रहने का प्रावधान किया गया है. इस दौरान उनके खाने, पीने, रहने, काउंसिलिंग, पुलिस सहायता, कानूनी सहायता जैसे सुविधाएं भी मुफ्त देने का प्रावधान हैं.

Intro:Body:जींद के सिविल अस्पताल में हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को एक ही छत के नीचे सहायता एवं सहयोग देने के लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया है । इस 'वन स्टॉप सेंटर' में हिसा से पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को अस्थायी रूप से रुकने की सुविधा भी दी जा रही है, ताकि उन्हें सहारे के लिए भटकना न पड़े। इस वन स्टॉप सेंटर को सखी केंद्र भी कहां जा रहा है क्योंकि यह महिलाओं की एक सखी की तरह मदद करने की तर्ज पर काम करता है


प्रदेश का महिला एवं बाल विकास विभाग इस योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल विभाग के तौर पर काम कर रहा है। सुविधा केंद्र सखी में विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं को आकस्मिक सेवा, चिकित्सा सुविधा, एफआईआर दर्ज करवाने में सहायता, मानसिक व सामाजिक परामर्श, कानूनी सहायता, वीडियो कॉन्फ्रेंस सुविधा उपलब्ध करवाना आदि सुविधाएं उपलब्ध होगी। इस सेंटर में बलात्कार, घरेलू हिंसा, यौन शौषण, महिला तस्करी, बाल यौन शाेषण, गुमशुदा/अपहरण ग्रस्त, बाल विवाह, दहेज उत्पीड़न, एसिड अटैक व साइबर क्राइम आदि से ग्रस्त महिलाएं अपनी समस्याएं रख सकती हैं और समाधान पा सकती हैं। वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे खुला रहता है। कोई भी पीड़ित महिला सेंटर में आकर यहां की सुविधाओं का लाभ ले सकती है।

बाइट - शशि प्रभा अग्रवाल , सिविल सर्जन


केंद्र संचालिका राजवंती ने बताया कि इस सेंटर में विपरीत परिस्थितियों में हिंसा ग्रस्त महिलाओं के लिए 5 दिन तक रहने का प्रावधान किया गया है। इस दौरान उनके खाने, पीने, रहने, काउंसिलिंग, पुलिस सहायता, कानूनी सहायता जैसे सुविधाएं भी मुफ्त देने का प्रावधान हैं। 

बाइट - राजवंती , संचालक , वन स्टॉप सेंटर

गौरतलब है सबसे पहले वन स्टॉप केन्द्र की शुरुआत छत्तीसगढ़ के रायपुर में की गई थी, और कुछ ही समय में यह केन्द्र तनवाग्रस्त महिलाओं के लिए एक जीवनरेखा बन गया। तब से लेकर, देशभर के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में ओएससी केन्द्रों की स्थापना की जा चुकी है।
Conclusion:
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