चंडीगढ़: प्रदेश सरकार ने नरवाना के नगर परिषद पार्षद कृष्ण मोर को संस्पेंड कर दिया है. नरवाना के वार्ड-21 के पार्षद कृष्ण मोर पर सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप है. आरोपी पार्षद ने अवैध तरीके से जमीन के गलत कागजात भी बनवा लिए थे.
इस मामले में पहले शहरी निकाय विभाग ने प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी. प्रशासन से कृष्ण मोर के खिलाफ रिपोर्ट आने के बाद अब सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि कृष्ण मोर पर पहले भी फायरिंग और अवैध कब्जे के आरोप लग चुके हैं.
फरवरी में जेजेपी में शामिल हुए थे कृष्ण मोर
बता दें कि कांग्रेस के समर्थन से चुनकर कृष्ण मोर पार्षद और नरवाना नगर परिषद के उप प्रधान बने थे. फरवरी 2020 में कृष्ण मोर जेजेपी में शामिल हो गए थे. जेजेपी ने उन्हें चेयरमैन पद के लिए उम्मीदवार भी बनाया था, हालांकि चेयरमैन पद पर चुनाव हो नहीं पाया.
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