जींद: शहर के व्यापारियों और ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों सोमवार को अपनी समस्याओं को लेकर डीसी दरबार मे पहुंचे. जहां डीसी ने उनकी अधिकांश मांगे मान ली है. जिला प्रशासन के साथ बैठक के बाद व्यापारी भी संतुष्ट नज़र आए.
व्यापारी प्रतिनिधि महावीर कंप्यूटर ने कहा कि प्रशासन ने अधिकांश मांगे मान ली है. जो बाकी हैं उसके लिए भी आश्वासन दिया है. डीसी ने कहा कि सरकार की हिदायतों के अनुसार जितनी छूट व्यापारियों को दी जा सकती है उसके लिए प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा.
आज व्यापारियों की अधिकांश जो मांगे थी, वे मान ली गई है. एक-दो मांगे जो रह गई है उन पर भी विचार विमर्श कर फैसला ले लिया जाएगा. व्यापारियों के साथ पिछले 2-3 दिनों के दौरान बरती गई सख्ती व दुर्व्यवहार की शिकायतों पर डीसी श्री दहिया ने कहा कि ये पुलिस के साथ तालमेल का मामला है, जिसे शीघ्र ही दुरुस्त कर लिया जाएगा.
मीटिंग में ये महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए
1 मार्किट अग्रिम आदेशो तक ऐसे ही एक तरफ की खुलेगी दूसरी तरफ की बन्द रहेगी
2 समय सीमा बढ़ाकर 8 बजे से 6 बजे कर दी गयी है
3 दवाई, किताबें,खेती सम्बन्धित हांसी रोड,पस्टिसाइडे व परचून की दुकाने प्रतिदिन खुलेंगी
4 कपड़ा, रेडीमेड, जूते, जरनल स्टोर , सुनार की दुकानों पर अंदर केवल एक ही ग्राहक अटैंड करने की कोई शर्त नही है सोशल डिस्टेन्स रखकर वो दुकान के अंदर ग्राहक अटैंड कर सकते हैं
5 शहर में ऑटो का उपयोग किया जा सकता है लेकिन कुछ शर्तों के साथ
6 फ़ास्ट फूड की रेहड़ी लगाई जा सकती हैं
7 जुलाना की मार्किट केवल वार्ड 5 को छोड़कर कल से खोली जा सकती है समय सीमा में
8 होल सेल की दुकानों में रिटेल प्रतिदिन नही किया जा सकता लेकिन समान की सप्लाई प्रतिदिन की जा सकती है.
डीसी डॉ आदित्य दहिया ने बताया कि 17 मई के बाद जींद जिला को लॉकडाउन के नियमों में कई और छूट मिल सकती है. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख्रकर पर फास्ट फुड, आईसक्रीम तथा सब्जी की रेहडिय़ां लगाई जा सकती है. उन्होंने ऑटो के सम्बन्ध में कहा कि लॉकडाउन के दौरान जारी नियमों की पालना कर ऑटो भी चलाये जा सकते है.