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'PWD ने पहले बांटी फ्री पानी की टंकी फिर थमाए 7000 के बिल', नाराज लोगों ने किया प्रदर्शन

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Published : Dec 20, 2019, 7:10 AM IST

जींद प्रशासन का कारनामा, पहले लोगों को फ्री में पानी की टंकिया बांटी और 7-7 हजार के बिल पहुंचे दिए. इसके लेकर लोगों ने जन स्वास्थ्य विभाग पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

jind health department bills 7 thousand
jind health department bills 7 thousand

जींद: जिले से जन स्वास्थ्य विभाग का एक कारनामा सामने आया है. जन स्वास्थ्य विभाग ने जींद की कई कॉलोनियों में लोगों को फ्री में कहकर उनके घर पानी की टंकी रखवा दीं और बाद में उनके घर मोटे बिल बिजवा दिए. विभाग की ओर से एक साल बाद 7-7 हजार रुपये के बिल गए तो लोग हरकत में आ गए.

लोगों ने किया प्रदर्शन

विभाग के इस कारनामें पर लोग बिलों को लेकर जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में पहुंच गए. लोगों ने वहां पहुंचकर जमकर हंगामा किया और कार्यालय के गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए. शुरुआत में जब जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके बीच में पहुंचे और उनकी समस्या जानने की कोशिश की.

स्वास्थ्य विभाग ने फ्री में बांटी टंकियों के थमाए 7-7 हजार के बिल, देखें वीडियो

एक महिला के दिखाए तीन कनेक्शन

जब धरने पर महिलाओं से बात की तो उन्होंने कहा कि हमें फ्री की टंकी नहीं चाहिए. उनकी आर्थिक स्थिति इतने बिल भरने की नहीं है. उनको दी गई टंकी प्रशासन उतार ले. वो किराए के मकान में रहती हैं. अचानक से इतना बिल भरना उनके बस की बात नहीं है. जिस समय उनका पानी का कनेक्शन किया था तो उस समय कनेक्शन और पानी की टंकी फ्री होने की बात कही थी, लेकिन अब उसके घर पर पानी के तीन कनेक्शन दिखाकर 21 हजार रुपये के बिल भेज दिया है. जबकि उनके घर पानी के एक की कनेक्शन है.

लोगों के बीच पहुंचे तहसीलदार

करीब दो घंटे के हंगामें के बाद तहसीलदार मनोज कुमार और जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतीश नैन लोगों के बीच में पहुंचे. तहसीलदार मनोज कुमार को पार्षद रणधीर राणा ने बिलों की समस्या के बारे में बताया साथ ही उन्होंने सीवरेज और पेयजल में आ रही गंदगी के बारे में बताया.

ये भी पढे़ं:- CAA के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन, तीन की मौत, कई पुलिसकर्मी घायल, इंटरनेट सेवा बैन

बिलों पर होगा दोबारा सर्वे

इसके बाद एसडीओ सतीश नैन ने कहा कि बिलों को लेकर एक सप्ताह में दोबारा सर्वे करवाया जाएगा और सीवरेज और पेयजल की समस्या का दस दिन में समाधान कर दिया जाएगा. इस आश्वासन के बाद धरने पर बैठे लोग संतुष्ट हो गए और धरना समाप्त कर दिया.

जींद: जिले से जन स्वास्थ्य विभाग का एक कारनामा सामने आया है. जन स्वास्थ्य विभाग ने जींद की कई कॉलोनियों में लोगों को फ्री में कहकर उनके घर पानी की टंकी रखवा दीं और बाद में उनके घर मोटे बिल बिजवा दिए. विभाग की ओर से एक साल बाद 7-7 हजार रुपये के बिल गए तो लोग हरकत में आ गए.

लोगों ने किया प्रदर्शन

विभाग के इस कारनामें पर लोग बिलों को लेकर जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में पहुंच गए. लोगों ने वहां पहुंचकर जमकर हंगामा किया और कार्यालय के गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए. शुरुआत में जब जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके बीच में पहुंचे और उनकी समस्या जानने की कोशिश की.

स्वास्थ्य विभाग ने फ्री में बांटी टंकियों के थमाए 7-7 हजार के बिल, देखें वीडियो

एक महिला के दिखाए तीन कनेक्शन

जब धरने पर महिलाओं से बात की तो उन्होंने कहा कि हमें फ्री की टंकी नहीं चाहिए. उनकी आर्थिक स्थिति इतने बिल भरने की नहीं है. उनको दी गई टंकी प्रशासन उतार ले. वो किराए के मकान में रहती हैं. अचानक से इतना बिल भरना उनके बस की बात नहीं है. जिस समय उनका पानी का कनेक्शन किया था तो उस समय कनेक्शन और पानी की टंकी फ्री होने की बात कही थी, लेकिन अब उसके घर पर पानी के तीन कनेक्शन दिखाकर 21 हजार रुपये के बिल भेज दिया है. जबकि उनके घर पानी के एक की कनेक्शन है.

लोगों के बीच पहुंचे तहसीलदार

करीब दो घंटे के हंगामें के बाद तहसीलदार मनोज कुमार और जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतीश नैन लोगों के बीच में पहुंचे. तहसीलदार मनोज कुमार को पार्षद रणधीर राणा ने बिलों की समस्या के बारे में बताया साथ ही उन्होंने सीवरेज और पेयजल में आ रही गंदगी के बारे में बताया.

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बिलों पर होगा दोबारा सर्वे

इसके बाद एसडीओ सतीश नैन ने कहा कि बिलों को लेकर एक सप्ताह में दोबारा सर्वे करवाया जाएगा और सीवरेज और पेयजल की समस्या का दस दिन में समाधान कर दिया जाएगा. इस आश्वासन के बाद धरने पर बैठे लोग संतुष्ट हो गए और धरना समाप्त कर दिया.

Intro:Body:जींद में जन स्वास्थ्य विभाग का एक विभाग का एक कारनामा सामने आया है विभाग नहीं जींद की कई कॉलोनियों में लोगों को फ्री में कहकर उनके घर पानी की टंकी या रख दी और अब 1 साल बाद उनके घर साथ ₹7000 पानी और टंकी का बिल भेज दिया विभाग की इस हरकत से बिलों को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में पहुंच गए और एक्सईएन कार्यालय में पहुंचकर जमकर हंगामा किया और कार्यालय के गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए ,शुरुआत में जब जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनके बीच में पहुंचे तो लोगों ने उन्होंने यह कहकर बात सुनने से इंकार कर दिया और नारेबाजी जारी रखी।

 इसी दौरान धरने पर बैठी महिला मूर्ति देवी ने उनके घर पर पहुंचे सात-सात हजार रुपये के तीन बिल दिखाकर कहा साहब हमें फ्री की टंकी नहीं चाहिए।इतने बिल भरने की उनकी आर्थिक स्थिति नहीं है, इसलिए उनको दी गई फ्री में टंकी को उतार लो। वह किराये के मकान में रहती है, अचानक ही इतना बिल भरना उनकी बस की बात नहीं है।जिस समय उनका पानी का कनेक्शन किया था तो उस समय कनेक्शन व पानी की टंकी फ्री होने की बात कही थी, लेकिन अब उसके घर पर पानी के तीन कनेक्शन दिखाकर 21 हजार रुपये के बिल भेज दिए।जबकि उसके घर पर पानी का एक ही कनेक्शन चल रहा है। इस दौरान दूसरी महिलाओं ने भी जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई।

बाइट -मूर्ति , पीड़ित


 करीब दो घंटे के हंगामें के बाद तहसीलदार मनोज कुमार व जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतीश नैन लोगों के बीच में पहुंचे। जहां पर तहसीलदार मनोज कुमार को पार्षद रणधीर राणा ने बिलों की समस्या के साथ सीवरेज व पेयजल में आ रही गंदगी के बारे में बताया।इसके बाद एसडीओ सतीश नैन ने कहा कि बिलों को लेकर एक सप्ताह में दोबारा सर्वे करवाया जाएगा और सीवरेज व पेयजल की समस्या का दस दिन में समाधान कर दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद धरने पर बैठे लोग संतुष्ट हो गए और धरना समाप्त कर दिया। 


बाइट - मनोज कुमार , तहसीलदार




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