जींदः रोहतक रोड की बदहाल हालत से तंग होकर फर्नीचर एसोसिएशन ने इस बार लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को वोट न देने का फैसला लिया है. एसोसिएशन का साफ कहना है कि जब सड़क नहीं तब तक वोट भी नहीं. ये फैसला एसोसिएशन की हुई बैठक में लिया गया.
बैठक की अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के प्रधान राकेश सिंघल ने कहा कि देवीलाल चौक से लेकर रोहतक रोड बाईपास तक नेशनल हाइवे की हालत बदहाल है.जगह-जगह गहरे गढ्ढे बने हुए हैं, जिसकी वजह से यहां कईं हादसे हो चुके हैं. पिछले दिनों यहां हुए एक सड़क हादसे में मामे-भांजे की मौत हुई.
राकेश नाम का एक युवक टूटी सड़क की वजह से बुरी तरह से घायल हुआ. पिछले अरसे सुरेन्द्र गोयल नाम का एक फर्नीचर व्यापारी इसी रोड़ पर हुए सड़क हादसे में अपनी दोनों टांगे गंवा बैठा.लगातार हो रहे हादसों से प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया सिर्फ सड़क की रिपेयरिंग करके लीपापोती करने की कोशिश की. बजरी डालते हुए तारकोल का इस्तेमाल न के बराबर किया गया. आलम ये हुआ कि एक ही दिन में सड़क दोबारा से टूट गई.
एसोसिएशन के मनीष सिंगला का कहना है कि ये एक व्यस्त नेशनल हाइवे हैं जिस पर हर रोज 50 हजार से ज्यादा वाहनों का आवागमन रहता है. हाइवे पूरी तरह से टूटा हुआ है ऐसे में सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि बदहाल रोड पर जब हजारों व्हीकल्स गुजरते होंगे तो कितनी धूल मिट्टी इस रोड पर उड़ती रहती होगी.
यहां के दुकानदारों का जीना कितना दूभर हो रहा होगा. इनका कहना है कि जब तक देवीलाल चौक से लेकर रोहतक रोड बाईपास तक सड़क को चौड़ा करके बीच में डिवाइडर नहीं बनाया जाता तब तक इस समस्या का कोई स्थाई समाधान संभव नहीं.
एसोसिएशन के लोगों का कहना है की इस बारे में कई बार प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन प्रशासन है कि सुनता ही नहीं. इन लोगों का कहना है कि जब नेता सड़क ही नहीं बनवा सकता तो फिर वोट देने का क्या औचित्य है, इसलिए एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि इस बार एसोसिएशन के सदस्य किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे.