जींद : हरियाणा के जींद में विदेशी पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है. ख़बर के बाद से वन विभाग में हड़कंप का माहौल है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अब पक्षियों की मौत की वजह पर से पर्दा उठ पाएगा.
विदेशी पक्षियों की मौत से हड़कंप : हर साल सर्दी के मौसम में विदेशी पक्षियों के कलरव से जींद का कालवन गांव गुलजार रहता है. इस बार भी विदेशी पक्षियों की आवाज़ कालवन गांव में गूंज रही थी लेकिन अचानक से विदेश से यहां पहुंचे 8 पक्षियों की मौत हो जाती है. ख़बर जंगल की आग की तरह गांव में फैलती है और फैलते-फैलते वन विभाग तक पहुंचती है. विदेशी पक्षियों की इस अचानक मौत से वन विभाग में हड़कंप मच जाता है और वन विभाग का अमला हालात का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचता है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार : बताया जा रहा है कि 8 'बार हेडेड गूज़' की मौत हुई है. वन विभाग का अमला मरे हुए पक्षियों का पोस्टमार्टम करता है और फिर 'बार हेडेड गूज़' की डेड बॉडीज़ को दफना देता है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की संभावना है. वन विभाग की माने तो निमोनिया के चलते पक्षियों की मौत की आशंका जताई जा रही है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही विदेशी पक्षियों की मौत के रहस्य से पर्दा उठ सकेगा.
पक्षियों के कलरव से गुलजार रहता है कालवन : अगर कालवन गांव की बात करें तो ये विदेशी पक्षियों के कलरव से गुलजार रहता है. यूरोप, साइबेरिया, चीन समेत ठंडे इलाकों से हजारों की तादाद में मेहमान पक्षी हज़ारों किलोमीटर का सफ़त तय कर इस गांव में पहुंचते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक 45 से भी ज्यादा प्रजातियों के हजारों पक्षी फरवरी महीने के लास्ट तक यहां पर प्रवास करेंगे. इसके बाद जब मौसम के मिजाज में जब गर्माहट आने लगेगी तो वे यहां से उड़ जाएंगे. हालांकि इस बार अचानक हुई पक्षियों की मौत से वन विभाग परेशान है और किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले उसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार है.
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