जींदः रेलवे ने अब अपने लोको पायलट को फॉग डिवाइस से लैस कर दिया है, जिससे एक और जहां ट्रेनों के हादसों में अंकुश लगेगा, वहीं ट्रेन अपने गतंव्य स्थान पर भी सही समय पर पहुचेंगी. इस डिवाइस को लोको पायलट के इंजन में ही लगाया गया है. ऐसे में अब कोहरे में भी ट्रेनों की गति पर ब्रेक नहीं लगेगा. फॉग सेफ डिवाइस के माध्यम से लोको पायलट को सिग्नल, रेलवे फाटक और रेलवे स्टेशन के बारे में पहले में ही पता लग जाएगा.
लगभग सभी ट्रेनों में लगा डिवाइस
जींद रेलवे स्टेशन के अधीक्षक जयप्रकाश ने बताया कि रेलवे ने फॉग डिवाइस की शुरूआत सभी ट्रेनों में कर दी है. जिससे लोको पायलट को काफी लाभ मिला है और इससे आम जनता को भी अपनी यात्रा करने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि इसे जीपीएस से लैस किया गया है. रेलवे स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश ने कहा कि डिवाइस सिग्नल, रेलवे क्रॉसिगं की सही जानकारी एक किलोमीटर पहले ही बताता है. उन्होंने बताया कि ये डिवाइस बोलकर और स्क्रीन पर दोनों तरह से स्टेशन और सिग्नल की सही जानकारी बताता है.
क्या है फॉग डिवाइस और इसकी खासियत?
बता दें कि फॉग डिवाइस स्क्रीन के माध्यम से दर्शाता है कि सिग्नल कितनी दूरी पर है और रेलवे फाटक और रेलवे स्टेशन कितनी दूरी पर है. इसके साथ ही इसमें आवाज भी सुनाई पड़ती है. लोको पायलट को पहले जानकारी के अभाव में अकारण ही गति कम करनी पड़ती थी, लेकिन अब उसे सभी प्रकार की जानकारी इस डिवाइस के माध्यम से मिल जाएगी. जिससे लोको पायलट सिग्नल या स्टेशन तक पहुंचने में अपनी स्पीड को मेंटेन कर सकेंगे और उसे अपने गतंव्य स्थान पर पहुंचनें में ट्रेनों को काफी फायदा होगा.
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