जींद: उचाना खटकड़ टोल पर किसानों का धरना करीब दो महीने बाद भी जारी है. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बनाए गए कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को पगड़ी संभाल दिवस मनाया गया। इसकी अध्यक्षता सरदार मलिक सिंह चीमा ने की। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर महिला, पुरूष, युवा किसानों ने रोष प्रकट किया। पगड़ी पहन कर किसान धरना स्थल पर पहुंचे। अंग्रेजो के शासन में किसानों के हकों के लिए पगड़ी संभाल आंदोलन करने वाले भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह की फोटो पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया गया। 24 फरवरी को दमन दिवस किसान मनाएंगे। राष्ट्रपति के नाम किसानों द्वारा ज्ञापन जींद पहुंच कर डीसी जींद के माध्यम से भेजा जाएगा।
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भाकियू प्रधान आजाद पालवां ने कहा कि अंग्रेजों के समय जो किसान आंदोलन सरदार अजीत सिंह ने किया था वो काफी लंबा चला था। किसान आंदोलन कितना ही लंबा चले इसको लेकर मन बना चुके है। बुधवार को दमन विरोधी दिवस मनाते हुए डीसी जींद को ज्ञापन सौंपेंगे। जो मामले दर्ज हुए है उन्हें वापिस ले, दमन की नीतियां सरकार छोड़े सहित अन्य मांग इसमें शामिल होगी। 26 फरवरी को युवा जागरूक दिवस मनाया जाएगा। यह आंदोलन युवाओं का आंदोलन बन चुका है। 27 फरवरी को गुरू रविदास की जयंती, चंद्र शेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाया जाएगा।
सर्वजातीय खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान बरसोला ने कहा कि 28 फरवरी को खटकड़ टोल पर चल रहे धरने से प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में भाईचारे का संदेश देंगे। इस दिन राज्यस्तरीय सर्वधर्म सम्मेलन आयोजित होगा। आजादी से पहले जो हम कहते थे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाइ आपस में सब भाई-भाई। ऐसा ही संदेश इस सर्व धर्म सम्मेलन के माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल को देखते हुए धरना स्थल पर भीड़ कम न हो इसके लिए निरंतर टीमें गांवों में दौरे कर रही है। हर रोज 10 गांवों की भागीदारी धरना स्थल पर हो इसको लेकर रणनीति बनाई गई है।
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