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हरियाणा में नई शिक्षा पॉलिसी के तहत दिव्यांग व सामान्य बच्चे पढ़ेंगे साथ-साथ

हरियाणा में नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब दिव्यांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह उसी क्लास में पढ़ाया जाएगा. दिव्यांग बच्चों व सामान्य बच्चों को एक साथ पढ़ाने के लिए जींद के विश्वविद्यालय में अध्यापकों को 3 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.

disabled and normal children will study together
नई शिक्षा पॉलिसी सेमिनार में मौजूद शिक्षा
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Published : Nov 29, 2019, 10:46 PM IST

जींद: जिले में हरियाणा राज्य शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में तीन दिवसीय विशेष अध्यापक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में राज्य के सभी जिलों से आए अध्यापकों ने हिस्सा लिया जो कि दिव्यांग बच्चों को पढ़ाते हैं.

'दिव्यांग बच्चों का मानसिक व शैक्षणिक विकास'
जींद विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर राजबीर राजबीर सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों का कौशल विकास करना है ताकि वे उन बच्चों का अधिक से अधिक शैक्षणिक व मानसिक स्तर बढ़ाया जा सकें.

हरियाणा में नई शिक्षा पॉलिसी के तहत दिव्यांग व सामान्य बच्चे पढ़ेंगे एक साथ

कार्यक्रम की मुख्य प्रवक्ता प्रोफेसर संगीता ने बताया कि राज्य में स्पेशल एजुकेटर यानी विशेष अध्यापक पहुंचे हैं. जिनको कार्यक्रम के दौरान 3 दिन दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए तकनीकी जानकारियां दी जाएगी.

'नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत साथ पढ़ेंगे सभी बच्चे'
सरकार की नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब दिव्यांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह उसी क्लास में पढ़ाया जाएगा और उसके लिए हमारे अध्यापक कैसे क्लास को संतुलित करें यही जानकारी व कौशल अध्यापकों में को दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें:जननायक जनता पार्टी को मिली स्थाई मान्यता, चुनाव आयोग ने जारी किया मान्यता प्रमाण पत्र

जींद: जिले में हरियाणा राज्य शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में तीन दिवसीय विशेष अध्यापक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में राज्य के सभी जिलों से आए अध्यापकों ने हिस्सा लिया जो कि दिव्यांग बच्चों को पढ़ाते हैं.

'दिव्यांग बच्चों का मानसिक व शैक्षणिक विकास'
जींद विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर राजबीर राजबीर सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों का कौशल विकास करना है ताकि वे उन बच्चों का अधिक से अधिक शैक्षणिक व मानसिक स्तर बढ़ाया जा सकें.

हरियाणा में नई शिक्षा पॉलिसी के तहत दिव्यांग व सामान्य बच्चे पढ़ेंगे एक साथ

कार्यक्रम की मुख्य प्रवक्ता प्रोफेसर संगीता ने बताया कि राज्य में स्पेशल एजुकेटर यानी विशेष अध्यापक पहुंचे हैं. जिनको कार्यक्रम के दौरान 3 दिन दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए तकनीकी जानकारियां दी जाएगी.

'नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत साथ पढ़ेंगे सभी बच्चे'
सरकार की नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब दिव्यांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह उसी क्लास में पढ़ाया जाएगा और उसके लिए हमारे अध्यापक कैसे क्लास को संतुलित करें यही जानकारी व कौशल अध्यापकों में को दिया जा रहा है.

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Intro:Body: चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आज तीन दिवसीय विशेष अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आगाज हुआ , इस सेमिनार में पूरे हरियाणा राज्य से दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने वाले विशेष अध्यापक पहुंचे, यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से जींद विश्वविद्यालय में करवाया जा रहा है जिसको जींद विश्वविद्यालय का एजुकेशन डिपार्टमेंट आयोजित कर रहा है , इस कार्यक्रम में पहुंचे विशेष अध्यापकों विभिन्न राज्यों से बुलाए गए प्रवक्ता सम्बोधित करेंगे , इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों का कौशल विकास करना है ताकि वह उन बच्चों का अधिक से अधिक शैक्षणिक व मानसिक स्तर बढ़ा सकें


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे जींद विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर राजबीर राजबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि इस तरह के कार्यक्रम जींद विश्वविद्यालय में आयोजित करवाए जा रहे हैं इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को कैसे सामान्य बच्चों में संतुलित कर पढ़ाया जाए वह अधिक से अधिक उनका विकास किया जा सके ऐसी तकनीकी जानकारियां इन अध्यापकों को इस कार्यक्रम में दी जाएगी

बाइट - प्रोफेसर राजबीर सोलंकी , वीसी , सीआरएसयू


इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंची प्रोफेसर संगीता ने बताया कि संगीता ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम हरियाणा राज्य शिक्षा योजना परिषद के द्वारा आयोजित की जाते हैं जाते हैं इसके पीछे उद्देश्य होता है कि किस तरह से विशेष बच्चों को पढ़ाया जा सके नई-नई तकनीकों से उनका मानसिक व शैक्षणिक स्तर मजबूत किया जा सके इस कार्यक्रम में पूरे हरियाणा भर से स्पेशल एजुकेटर यानी विशेष अध्यापक पहुंचे हैं जिन्हें 3 दिन में यहां विशेष बच्चों को पढ़ाने के लिए तकनीकी जानकारियां दी जाएगी , सरकार की नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब विशेष बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह उसी क्लास में पढ़ाने के लिए प्रावधान किया गया है और उसके लिए हमारे अध्यापक कैसे क्लास को संतुलित करें यह जानकारी यह कौशल भी अध्यापकों में होना जरूरी है

बाइट - प्रोफेसर संगीता , मुख्य वक्ताConclusion:
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