जींद: सफीदों के बीच से निकलने वाली हांसी ब्रांच नहर में शनिवार को भारी संख्या में मरे हुए मुर्गे बहकर आने का मामला सामने आया है. कोरोना महामारी के बीच इन मरे हुए मुर्गों को नहर में बहता हुआ देखकर लोगों में बीमारी फैलने का डर सता रहा है. नहरी विभाग के एसडीओ ने पुलिस से मामले की शिकायत की है. इस पर पुलिस ने अज्ञात पोल्ट्री फार्म के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
सिंचाई विभाग के एसडीओ ध्रुव ने बताया कि मरे हुए मुर्गो को कट्टों में बंद करके नहर में डाला गया है. करीब एक दर्जन मुर्गें है जो नहर में फेंके गए हैं. नहर बंद होने के कारण मरे हुए मुर्गे अंटा हैड से लेकर गांव रामपुरा तक अटक गए है. विभाग द्वारा मरे हुए मुर्गो को निकाला जा रहा है, लेकिन लेबर नहीं मिलने के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही है.
उन्होंने बताया कि नहर में मरे हुए मुर्गे फेंके जाने की शिकायत पुलिस को दी जा चुकी है. सदर थाना सफीदों के जांच अधिकारी मलकीत सिंह ने बताया कि सिंचाई विभाग के एसडीओ ने मरे हुए मुर्गे नहर में डाले जाने की शिकायत दी थी. जिसके आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
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उधर, पशुपालन विभाग के डॉ. सुशील रोहिल्ला ने बताया कि हांसी ब्रांच नहर में मरे हुए मुर्गें आने की सूचना पाकर वो मौके पर गए थे. नहर से मुर्गें को निकालकर उसका सैंपल लिया गया है. सैंपल को जांच के लिए हिसार भेजा गया है. वहां से जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.