जींद: हाथरस कथित रेप कांड मामले में देशभर में गुस्सा देखा जा रहा है. आरोपियों को कड़ी और जल्द सजा देने की मांग को लेकर दलित समाज और अन्य संगठनों ने जींद शहर में प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जयंती मंदिर से लेकर लघु सचिवालय तक प्रदर्शन किया और यूपी के सीएम बर्खास्त करने की मांग की.
दलित नेता देवीदास वाल्मीकि ने कहा कि इस मामले में केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. इस घटना के जिम्मेदार हाथरस जिले के डीएम और एसएसपी की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश द्वारा करवाई जाए.
साथ ही उन्होंने कहा कि जिन पीएफआई के लोगों को यूपी पुलिस ने पकड़ा है. वो पीड़िता के परिवार से नहीं मिले थे, तो कैसे कह सकते हैं? कि वो लोग दंगा भड़काने के लिए दलितों से मिले हुए थे. ये सब काम यूपी के मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को हाथरस कांड की जांच अपने हाथ में ले ली थी. इस मामले में योगी सरकार ने केंद्र से सिफारिश की थी. अभी तक इस मामले की जांच यूपी पुलिस की एसआईटी कर रही थी, जिसने जांच के लिए अभी 10 दिन का वक्त और मांगा था.
अधिकारियों ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले की जांच के अलावा यूपी सरकार ने सीबीआई से इस मामले में जातीय दंगे, हिंसा भड़काने और मीडिया और राजनीति के कुछ धडे़ की ओर से दुष्प्रचार की आपराधिक साजिश की जांच की भी मांग की है.
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बता दें कि 14 सिंतबर को चार युवकों ने कथित रूप से 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था. पीड़िता ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था. जिसके बाद देशभर में राजनीति तेज हो गई. कांग्रेस समेत तमाम दलों पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस उनके गांव गए.