ETV Bharat / state

जींद में 150 गज का प्राथमिक स्कूल, सर्दी में छत पर पढ़ने को मजबूर बच्चे - हरियाणा के सरकारी स्कूलों की हालत

जींद के संग नगर इलाके में स्थित प्राथमिक स्कूल में बच्चे इस रिकॉर्ड तोड़ सर्दी में खुली छत पर पढ़ने को मजबूर हैं.

children studying on roof in winter at jind primary school
जींद में 150 गज का प्राथमिक स्कूल, सर्दी में छत पर पढ़ने को मजबूर बच्चे
author img

By

Published : Dec 29, 2019, 6:47 PM IST

जींद: हरियाणा में रिकॉर्ड तोड़ सर्दी में जहां बच्चे कमरे बैठकर पढ़ने में परेशानी महसूस कर रहे हैं. लेकिन जींद के संत नगर इलाके में स्थित प्राथिमक स्कूल में बच्चे खुली छत के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं.

150 गज में चल रहा है प्राथमिक स्कूल
संत नगर में स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में उपस्थित अध्यापकों ने बताया कि पिछले 20 साल से सिर्फ 150 गज में चल रहा है. स्कूल में 3 कमरे हैं, उन तीन कमरों में बड़ी 3 कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है. अध्यापकों ने बताया कि इस स्कूल में 6 कक्षाएं चलती हैं, जिनमें 139 विद्यार्थी हैं.

जींद में 150 गज का प्राथमिक स्कूल, सर्दी में छत पर पढ़ने को मजबूर बच्चे

छत पर बना है टीन शेड
वहीं अध्यापकों का कहना है कि स्कूल में जगह की कमी होने के कारण छत पर टीन शेड लगाया गया है. जिसमें बच्चों को पढ़ाया जाता है. उनका कहना है कि ये टीन शेड बच्चों को सर्दी में पड़ने वाले पारे से व गर्मियों में धूप से तो बचाता है. लेकिन सर्दियों में चलने वाली बर्फिली हवाओं और गर्मियों में चलने वाली 'लू' (गर्म हवा) से नहीं बचता. जिसके कारण बच्चे बीमार हो जाते हैं और कई दिनों तक स्कूल नहीं आ पाते हैं.

बच्चों को नहीं करना है ड्रॉपआउट
वहीं स्कूल में मौजूद एक अध्यापिका ने बताया कि सरकार की ओर से कहा गया है कि किसी भी बच्चे का नाम नहीं काटना है और बच्चे बीमार होने के कारण कई दिनों तक स्कूल नहीं आते हैं. अगर हम लोगों नाम काट भी दे तो ऑनलाइन सिस्टम होने की वजह से हम लोगों को अपने रुपये खर्च कर बच्चों का नाम फिर से लिखना पड़ा है. स्कूल में कंप्यूटर भी नहीं है जिससे के काम भी हम लोगों को बाहर से ही कराने पडते हैं.

ये भी पढ़ें:करनाल दौरे पर सीएम मनोहर, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का करेंगे लोकार्पण

जींद: हरियाणा में रिकॉर्ड तोड़ सर्दी में जहां बच्चे कमरे बैठकर पढ़ने में परेशानी महसूस कर रहे हैं. लेकिन जींद के संत नगर इलाके में स्थित प्राथिमक स्कूल में बच्चे खुली छत के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं.

150 गज में चल रहा है प्राथमिक स्कूल
संत नगर में स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में उपस्थित अध्यापकों ने बताया कि पिछले 20 साल से सिर्फ 150 गज में चल रहा है. स्कूल में 3 कमरे हैं, उन तीन कमरों में बड़ी 3 कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाता है. अध्यापकों ने बताया कि इस स्कूल में 6 कक्षाएं चलती हैं, जिनमें 139 विद्यार्थी हैं.

जींद में 150 गज का प्राथमिक स्कूल, सर्दी में छत पर पढ़ने को मजबूर बच्चे

छत पर बना है टीन शेड
वहीं अध्यापकों का कहना है कि स्कूल में जगह की कमी होने के कारण छत पर टीन शेड लगाया गया है. जिसमें बच्चों को पढ़ाया जाता है. उनका कहना है कि ये टीन शेड बच्चों को सर्दी में पड़ने वाले पारे से व गर्मियों में धूप से तो बचाता है. लेकिन सर्दियों में चलने वाली बर्फिली हवाओं और गर्मियों में चलने वाली 'लू' (गर्म हवा) से नहीं बचता. जिसके कारण बच्चे बीमार हो जाते हैं और कई दिनों तक स्कूल नहीं आ पाते हैं.

बच्चों को नहीं करना है ड्रॉपआउट
वहीं स्कूल में मौजूद एक अध्यापिका ने बताया कि सरकार की ओर से कहा गया है कि किसी भी बच्चे का नाम नहीं काटना है और बच्चे बीमार होने के कारण कई दिनों तक स्कूल नहीं आते हैं. अगर हम लोगों नाम काट भी दे तो ऑनलाइन सिस्टम होने की वजह से हम लोगों को अपने रुपये खर्च कर बच्चों का नाम फिर से लिखना पड़ा है. स्कूल में कंप्यूटर भी नहीं है जिससे के काम भी हम लोगों को बाहर से ही कराने पडते हैं.

ये भी पढ़ें:करनाल दौरे पर सीएम मनोहर, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का करेंगे लोकार्पण

Intro:Body:


इस कंपकपाती और कड़ाके की ठंड में जहां बच्चे कमरों के अंदर पढ़ने में भी दिक्कत महसूस करते नजर आते है वहीं हरियाणा के जींद के एक सरकारी स्कुल में इस कंपकपाती और कड़ाके की ठंड में छोटे-छोटे बच्चे स्कुल की छत पर पढ़ने को मजबूर है। जींद के संत नगर के राजकीय प्राथमिक स्कुल में पिछले लंबे अरसे से ऐसा हो रहा है।

जींद के संत नगर का यह राजकीय प्राथमिक स्कुल पिछले 20 साल से र्सिफ 150 गज के केम्पस में चल रहा है। यहां इस स्कुल में र्सिफ तीन कमरें है, जबकि कक्षाऐं छह चल रही हैं। जिनमें कुल 139 विद्ययार्थी हैं। कमरे न होने की वजह से स्कुल प्रशासन बच्चों को स्कुल की छत पर पढ़ाने पर मजबूर है। यहां छत पर एक शेड तो बना हुआ है लेकिन वह भी काफी उंचा जिस वजह से ठंड की कोई खास रोक नहीं होती। छोटे-छोटे बच्चे इस कंपकपाती और कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे पढ़ने पर मजबूर है।

स्कुल प्रशासन का कहना है कि यहां कमरों की कमी है, ग्राउंड है नहीं ऐसे में दो क्लासें तो कमरों में लगती हैं जबकि तीन क्लासें छत पर लगाई जाती है।
बाइट : ओमपती हेडमास्टर
बाइट : सोनिया टीचरConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.