जींद: आशा वर्कर्स ने अपनी लंबित मांगों को मनवाने के लिए आज धरना दिया. यह धरना राज्य कमेटी के आह्वान पर सिविल सर्जन अस्पताल के कार्यालय के सामने दिया गया.
यहां महिलाए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई हैं. इस धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान नीलम ने की. धरने पर उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नीलम ने कहा कि राज्य सरकार अपने वायदे से हट रहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि आशा वर्कर्स को पिछले चार सालों मे अनेकों हड़ताल करनी पड़ी, लेकिन सरकार पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा और जो भी वादा किया उसे पूरा नहीं किया गया.
जिला प्रधान नीलम ने लंबित मांगों की प्राप्ति के लिए मिशन डायरेक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा पंचकूला को ज्ञापन भेजा.
क्या है इन वर्कर्स की मांगे
45वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू कराया जाए, सभी आशा वर्करों को न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये प्रतिमाह देने, सभी वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा जैसे ईएसआई और पीएफ आदि को लागू करे. हर महीने की 10 तारीख से पहले प्रोत्साहन राशियों का पैसा खातों में जमा करे और सेल्फ अप्रेजल की बुक स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाए.